9 डॉक्टरों को नोटिस जारी
इस मामले में सिविल सर्जन डॉ एके टोंडर ने 9 डॉक्टरों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इनमें डॉ एमए नसीम, डॉ एस वानखेड़े, डॉ जेएस खालसा, डॉ रचना पदमवार, डॉ राजेश सूर्यवंशी, डॉ राकेश साहू, डॉ जयालता साहू, डॉ यश साहू, डॉ तेजस शाह शामिल है। सभी को
नोटिस प्राप्ति के दो दिवस के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही भविष्य में समय पर अस्पताल पहुंचकर जिम्मेदारी सम्हालने के लिए कहा गया है। इस मामले में किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित चिकित्सा विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी के विरूद्ध अनुशानात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सिटी स्कैन, सोनोग्राफी में स्टाफ की जरूरत
जिला अस्पताल में सोनोग्राफी और सिटी स्कैन सुविधा मिलने से गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों ने बड़ी राहत ली है। यह दोनों प्रमुख विभाग स्टाफ की समस्या से जूझ रहा है। दोनों ही विभाग को एक-एक रेडियोलॉजिस्ट सम्हाल रहे हैं। सोनोग्राफी, सिटी स्कैन करने से लेकर रिपोर्ट भी इन्हें ही बनानी पड़ रही है। जिला अस्पताल में इन सेवाओं का लाभ लेने बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण ज्यादा लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
सिटी स्कैन में दिनभर में अभी 5 से 6 लोगों को ही लाभ मिल पा रहा है। अभी भी सिटी स्कैन एब्डामन, नेक, चेस्ट में कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर रीढ़ की हड्डी का सिटी स्कैन नहीं हो रहा है। इनके टेक्नीशियन नहीं होने के कारण उक्त जांच नहीं हो पा रहे। इसी तरह सोनोग्राफी में भी स्टाफ की कमी के चलते पंजीयन के दो दिन बाद जांच हो पा रही है। इसके तीन-चार दिन बाद रिपोर्ट मिल पा रही है।
बुधवार को समय पर पहुंच गए अनेक डॉक्टर
पत्रिका पड़ताल में डॉक्टरों की मनमानी उजागर होने के बाद सिविल सर्जन द्वारा नोटिस जारी किया गया। इसके बाद से ओपीडी में डॉक्टर दिखने लगे हैं। बुधवार को सुबह 9.30 बजे तक अधिकांश डॉक्टर अपने ओपीडी चेम्बर में पहुंच गए थे। पर्ची कटाते ही मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल जा रहा था।