नक्सली विरोधी अभियान के तहत डीआरजी टीम खल्लारी जंगल क्षेत्र की ओर सर्चिंग कर रहे थे। इस बीच मुंहकोट-आमझर के जंगल में घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। लगभग 3 घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग जारी रही। जवाब में डीआरजी, पुलिस के जवानों ने भी कई राउंड फायरिंग की। सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और अपने आपको घिरता देख नक्सली भागने विवश हो गए। जंगल से पुलिस को एक नक्सली का शव मिला है। सूत्रों ने बताया कि मृत नक्सली सीतानदी दलम में सक्रिय था। इस नक्सली पर 5 लाख ईनाम राशि भी घोषित होने की जानकारी मिल रही है।
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Naxal Encounter: देर शाम हुई कैम्प में वापसी
नक्सल विरोधी अभियान को लेकर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय स्वयं अभियान में शामिल होकर डीआरजी नगरी की टीम को कमांड कर रहे थे। डीआरजी व पुलिस टीम को जंगल से एक नग एसएलआर हथियार, नक्सल साहित्य, नक्सलियों के दैनिक उपयोगी कपड़े आदि बरामद हुआ है। जंगल से बरामद सामाग्रियों को लेकर सुरक्षा पार्टी देर शाम सुरक्षित कैम्प पहुंचा। आमझर जंगल में डीआरजी टीम के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। इसमें एक नक्सली का शव बरामद हुआ है। कुछ नक्सली साहित्य व हथियार भी बरामद किए हैं। पूरे मामले का खुलासा सोमवार को करेंगे। बता दें कि इस साल छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में 133 नक्सली मारे गए हैं।