सीतानदी में बाढ़ के चलते महतारी एंबुलेंस गाताबहारा पुल में फंस गई। घंटे भर एंबुलेंस कर्मचारियों ने इंतजार किया, लेकिन पानी का बहाव 4 से 5 फीट तक था। तब प्रसूता के परिजनों ने प्राइवेट वाहन कर जंगल के रास्ते से जैसे-तैसे नगरी सिविल
अस्पताल लेकर पहुंचे यहां प्रसूता पदमा नेताम पति समारू नेताम ने एक बच्चे को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है।
बता दें कि गाताबहारा पुल की ऊंचाई नदी से लगभग 5 से 7 फीट है। ऐसे में सीतानदी उफनते ही इस पुल के ऊपर से पानी बहने लगता है। इस सीजन में अब तक गाताबहारा पुल में 7 बार
उफान आ चुका है। रविवार को सुबह 7 बजे अचानक पुल के ऊपर से पानी बहने लगा। सैकड़ों लोग फंसे रहे। दोपहर 12 बजे बहाव कम हुआ तब फंसे वाहन और लोग पुल पार कर पाए। घंटे भर बाद ही फिर से पुल उफन गया और शाम 7 बजे तक पुल से पानी नहीं उतरा था।
नदी से 20 फीट ऊंचा पुल बनने पर ही राहत
गाताबहारा के ग्रामीणों ने बताया कि बारिश में इस पुल के कारण लोग गांव से बाहर नहीं जा पाते।
सीतानदी उफनते ही पुल के ऊपर 5 फीट तक पानी बहने लगता है। यदि इसी पुल पर 20 फीट ऊंचा पुल बना दिया जाए तो आवागमन नहीं रूकेगा। ग्रामीण कई बार ऊंचा पुल बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन ध्यान नहीं दे रही। गाताबहारा पुल उफनते ही क्षेत्र के 10 से 15 गांव के लोग फंस जाते हैं।