पिछले तीन साल में हाथियों ने जिले के 14 लोगों को मौत के घाट उतारा है। लगातार मौतों से ग्रामीण भी स्तब्ध हैं। गुरूवार को नगरी ब्लाक के ग्राम डोकाल निवासी सुरेखा बाई (42) अपने पति कीर्तन सूर्यवंशी के साथ 2 मई की सुबह तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए वनकक्ष क्रमांक 108 डोकाल में गई थी। सुरेखा के साथ गांव के अन्य लोग भी जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ रही थी। इस बीच अचानक जंगल से एक हाथी बाहर आया और सुरेखा को सुंड से खींचकर जमीन में पटक दिया।
इसके बाद हाथी ने पैर से महिला को दबा दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। महिला को मारने के बाद पास में मौजूद मृतका के पति कीर्तन को भी दौड़ाया। जैसे तैसे कीर्तन ने पेड़ में चढ़कर अपनी जान बचाई। पश्चात हाथी एक अन्य ग्रामीण को भी दौड़ाया, लेकिन वह भाग कर अपनी जान बचा लिया। लोगों की जब चीख-पुकार मची, तब हाथी जंगल की ओर से भाग गया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना केरेगांव पुलिस को दी। थाना प्रभारी प्रदीप सिंह और वन विभाग के कर्मचारी मौके पहुंचे और पंचनामा कार्रवाई की गई। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल धमतरी भिजवाया। विडंबना है कि जिले में हाथियों की निगरानी के लिए हाथी अलर्ट एप भी बना है।
CG Elephant Terror: 2021 से अब तक 14 मौत
18 फरवरी 2021 को सोरम और खिड़कीटोला के बीच विश्रामपुर निवासी संजू मंडावी की लाश मिली। बाद में हाथियों द्वारा मारने की पुष्टि हुई। 30 नवंबर 2021 को मगरलोड क्षेत्र के भालुचुवा में वृद्ध महिला कमला बाई को दंतैल ने कुचल कर मार डाला। 9 अप्रैल 2022 को टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पाइकभाठा निवासी सतो मरकाम, पांवद्वार के बुधलाल नेताम और बिरनासिल्ली की सुखबाई कमार की मौत हुई। 11 अप्रैल 2022 को कक्ष क्रमांक 349 के सागौन प्लांट में संबलपुर निवासी दसरी बाई की मौत हुई। यहां से कुछ दूरी में कक्ष क्रमांक 335 में हाथी ने 12 साल के सिमरन साहू को सिर कुचल कर मार डाला।
24 मई 2022 को मगरलोड के कमार डेरा में सुखमा बाई को हाथियों ने मार डाला। लाश क्षत विक्षत हालत में मिली थी। 29 सितंबर 2022 को सिलतरा में प्रियेश नेताम को हाथी ने मारा था।
7 दिसंबर 2022 को रिसगांव रेंज के खल्लारी में वृद्ध श्यामलाल को हाथियों ने कुचल कर मारा था। 24 दिसंबर 2022 को घुटकेल क्षेत्र के सिवनापाली में 75 साल के केजूराम गोंड़ की लाश खेत में क्षत विक्षत हालत में मिली थी।
6 मार्च 2023 को ढिकुड़िया निवासी सुखराम कमार को चारभाठा में हाथी ने कुचल दिया था। दिसंबर-2023 में रिसगांव रेंज से लगे उड़ीसा बार्डर के खुडुक गांव में झोपड़ी में सो रही महिला रमसू बाई को हाथी ने रौंद दिया था।
2 मई 2024 को डोकाल में तेंदूपत्ता तोड़ने गई महिला सुरेखा बाई को हाथी ने पटक कर मार डाला।
CG Elephant Terror: यहां विचरण कर रहे हाथी
वन विभाग के अनुसार गुरूवार को सुबह एक हाथी का लोकेशन केरेगांव रेंज के पंडरीपानी के पास था। उसके पालवाड़ी की ओर से जाने की संभावना जताई गई है। इसी तरह सिकासेर हाथी दल नगरी-जबर्रा मुय मार्ग को पार कर वनकक्ष क्रमांक 349,351,354 की तरफ बढ़ गया है। इससे यहां ग्राम तुमबहरा, चारगांव, गोरेगांव, अमाली, संबलपुर, फरसिया, छिपली, भैंसामुड़ा अलर्ट किया। केरेगांव रेंजर ओंकार सिन्हा ने बताया कि डोकाल निवासी दंपत्ति तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल में गए थे। इस बीच कांकेर तरफ से आए हाथी ने सुरेखा बाई को पटक कर मार डाला। पंचनामा के बाद वन विभाग की ओर से तात्कालिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपए परिजनों को दिया है। इसके बाद प्रकरण बनाकर मुआवजा भी दिलाएंगे।
CG Elephant Terror: महिला को पटकने के बाद सिंगपुर की ओर निकला
बताया जा रहा है कि यह हाथी कांकेर जिले की ओर से आया है। करीब 30 से 35 किमी दूरी तय कर यहां पहुंचा है। डोकाल में महिला को पटक कर मारने के बाद नरहरा जलप्रताप के रास्ते आगे दक्षिण सिंगपुर की ओर बढ़ गया है। वन विभाग ने सिंगपुर क्षेत्र के ग्रामीणों को हाईअलर्ट कर दिया है। फिलहाल वन विभाग ने हाथी भ्रमण क्षेत्रों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को इस ओर नहीं जाने के लिए कहा है।