दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे के डीआरएम कौशल किशोर सुबह साढ़े 10 बजे छोटी रेलगाड़ी में सवार होकर यहां रेलवे स्टेशन निरीक्षण के लिए पहुंचे। उनके साथ रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी आए हुए थे। रेलगाड़ी से उतरते ही सबसे पहले वे नेशनल हाइवे स्थित रेलवे की जमीन से हटाए गए अतिक्रमण का जायजा लिया। इसके बाद वे निरीक्षण कक्ष में पहुंचे। यहां अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक लेने के बाद वे रेलवे परिसर का अवलोकन करने के लिए निकल गए। स्टेशन परिसर में सारी स्थिति-परिस्थितियों का अवलोकन करने के बाद उन्होंने अधिकारियों को टेंडर प्रक्रिया पूरी होने तक सारी तैयारियां कर लेने का निर्देश दिया।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए डीआरएम कौशल किशोर ने बताया कि बड़ी रेल लाइन के लिए 543 करोड़ तथा टर्मिनल के लिए 70 करोड़ रुपए स्वीकृत हुआ है। इसके तहत केन्द्री से अभनपुर, राजिम होते हुए धमतरी तक 62.2 किमी ब्राडगेज बनेगी। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। संभवत: जनवरी तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद काम शुरू हो जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कब्जाधारियों को हटाने का काम राज्य सरकार के सहयोग से ही होगा। जिला प्रशासन को इसके लिए पत्र भी लिखा गया है। जनवरी में यह कार्रवाई पूरी हो जाएगी। निरीक्षण के दौरान रेलवे के सीएनडीएसओ (सुरक्षा) आर सुदर्शन, वाणिज्य अधिकारी तन्मय मुखोपाध्याय, मंडल सुरक्षा आयुक्त अनुराग मीणा, रेलवे थाना निरीक्षक दिवाकर मिश्रा, एसआई एसके शुक्ला आदि मौजूद थे।