बता दें कि धमतरी जिले में राज्य सरकार ने करीब 55 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा था। इसके लिए जिले के सभी 11 बैंक शाखाओं में कुल 1 लाख 24 हजार 406 किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया था, लेकिन धान खरीदी के अंतिम दिन तक कुल 1 लाख 21 हजार 660 किसान धान बेच पाए।
पंजीयन कराने के बाद भी 2746 किसान धान बेचने सोसायटी नहीं पहुंचे। इधर जिले में लक्ष्य से करीब 6 लाख क्विंटल ज्यादा धान खरीदा जा चुका है। सहकारिता विभाग से देर शाम 6 बजे जारी डाटा के अनुसार धमतरी जिले में एक नवंबर से लेकर 4 फरवरी तक कुल 61 लाख 7 हजार 590 क्विंटल धान खरीदा गया है।
इसमें मोटा धान 30 लाख 57 हजार 604 क्विंटल, पतला धान 12 लाख 7 हजार 168 क्विंटल तथा सरना धान 18 लाख 42 हजार 817 क्विंटल शामिल हैं। इसकी कीमत करीब 13 अरब 35 करोड़ 70 लाख 12 हजार 338 रुपए बताई गई है।
13 करोड़ कर्ज नहीं हो सका वसूल
सहकारिता विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि खरीफ सीजन में खेती की तैयारी से लेकर बोनी तक करीब 1.24 लाख किसानों ने कृषि कार्य के लिए करीब 274 करोड़ रुपए कर्ज लिया था। 1.21 लाख किसानों ने धान बेचकर करीब 261 करोड़ रुपए का कर्ज चुका दिया है।
4 हजार किसानों से अभी भी करीब 13 करोड़ रुपए का कृषि कर्ज वसूलना है। धान खरीदी के बाद भी शत-प्रतिशत कर्ज वसूली नहीं होने के बाद अब विभागीय अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। गौरतलब है कि कई किसानों ने निजी बैंकों से कृषि कार्य के लिए कर्ज लिया है। ऐसे में तय मियांद के बाद उनसे रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
धान खरीदी एक नजर में समिति – किसान – धान – मात्रा राशि करेली – 8339 – 414496 – 90,49,66,096 दरबा – 6717 – 321143 – 70,13,36,438 धमतरी – 17860 – 806997 – 1,76,95,22,800
मरौद – 6868 – 354602 – 77,45,29,271 नगरी – 19588 – 1068994 – 2,34,07,09,302 नारी – 4340 – 204492 – 44,65,39,189 भखारा – 9806 – 483904 – 1,05,72,11,793 कुरूद – 13167 – 700558 – 1,53,08,65,667
मगरलोड – 14801 – 774364 – 1,69,28,97,964 कोर्रा – 9466 – 466641 – 1,01,95,63,051 संबलपुर – 10708 – 511396 – 1,11,88,70,764 योग- 121660 – 6107590 – 13,35,70,12,338