दरअसल, देवरिया जिले का चार्ज मिलने के बाद डीएम दिव्या मित्तल एक्शन में आ गई हैं।बीते दिन उन्होंने रुद्रपुर के पिडरा पुल के अप्रोच धंसने से लोगों को आने वाली समस्या के बारे में जाना। क्योंकि, रुद्रपुर में गोर्रा नदी में आई उफान के चलते पिडरा पुल का अप्रोच धंसने की वजह से 162 गांव के लोग दहशत में हैं। मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध होने का संकट मंडरा रहा है।
इसको लेकर डीएम देवरिया ने मौके का निरीक्षण किया तो स्थानीय लोग भी इकट्ठा हो गए।सांसद प्रतिनिधि भी पहुंच गए।सबने PWD विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया, इस पर डीएम ने सख्त लहजे में PWD के एक्सईएन से सबके सामने ही कह दिया कि आप सब अधिकारी मिलकर बताओ कि यह रास्ता बंद नहीं होना चाहिए।
इसी दौरान अपर जिलाधिकारी बार-बार तेज धूप का हवाला देकर बैठकर बात करने के लिए आग्रह करते रहे, इस पर डीएम ने कहा कि अरे यार धूप ही तो है रुको पिघल थोड़ी जाएंगे। अभी ये रास्ता बंद तो नहीं होगा यह बताओ. आप लोगों ने (विभाग ने) जो भी तैयारी की है वो बताओ. जाहिर सी बात है गांववालों को बहुत दिक्कत हो रही है। रास्ता बंद होगा तो दिक्कत होगी ही, इसका निवारण करना होगा।
डीएम ने कहा कि मैं नहीं जाना चाहती कि पास्ट में क्या हुआ क्या नहीं हुआ? अब आपकी क्या तैयारी है कि ये रास्ता बंद नहीं हो? इस पर PWD प्रांतीय खण्ड के एक्सईएन आरके सिंह ने कहा कि प्रयास करेंगे मैम… इस पर डीएम ने कहा प्रयास नहीं चाहिए मुझे. देखो लोगों की सारी बात जायज है।पूरा रास्ता बंद कर दोगे, खाना पीना बंद कर दोगे तो वह क्या करेगा, हमारे ऊपर ही निर्भर है, इसलिए यह रास्ता बंद नहीं होना चाहिए।
बता दें कि पिछली तीन साल से हर बार इस पिडरा पुल का अप्रोच धंस जाता है और उसे बचाने के लिए पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खण्ड व निर्माण खण्ड के एक्सईएन लाखों रुपये की मिट्टी डलवाते है।लेकिन वह भी पानी मे बह जाती है। कई महीनों रास्ता बाधित रहता है, जिससे इलाके के लोगों को बहुत दिक्कत होती है। इसी दिक्कत को दूर करने का बीड़ा अब डीएम दिव्या मित्तल ने उठाया है।