जानिए नरसंहार का गवाह बना फतेहपुर गांव का मौजूदा हाल जैसा की मालूम हो यहां जमीनी विवाद को लेकर 2 अक्टूबर को रंजिश में हुई प्रेम यादव की हत्या फिर प्रेम के गुर्गों द्वारा किया गया सत्यप्रकाश दुबे समेत 5 परिजनों का नरसंहार हुआ था। घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था। गांव में अब स्थिति धीरे धीरे सामान्य होने लगी है। लेकिन 22 दिन बाद भी पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है। प्रशासन की भी चूक नहीं होने देना चाहता जिससे कोई और बात बिगड़े।गांव में अब भी पीएसी कैम्प कर रही है। अभयपुर और लेड़हा टोला में पुलिस कर्मी दिन रात ड्यूटी पर तैनात रह रहे हैं। अभयपुर और लेड़हा टोला में विभिन्न दलों के नेताओं के लगातार आने से तनाव और बढ़ गया था।
PAC और पुलिस के जवान अभी भी हैं मुस्तैद , दोनों टोले में गश्त जारी जिसे देखते हुए फतेहपुर के सभी टोलों पर 25 प्वाइंट पर पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया था। जिसमें जनपद के सभी थानों की फोर्स को तैनात किया गया था। जबकि गैर जनपद के सीओ और इंस्पेक्टर भी पुलिस बल के साथ लगाए थे। दोनों परिवारों में ब्रह्मभोज बीत जाने के बाद नेताओं के आने जाने का क्रम कुछ कम होने गया। जिसके बाद स्थिति में भी धीरे धीरे सुधार होने लगा। जिसे देखते हुए दस प्वाइंट से पुलिस बल हटा दिया गया, लेकिन अभयपुर टोला और लेड़हा टोला पर पुलिस और पीएसी के जवान अभी भी चौकसी बरत रहे हैं।भयपुर और लेड़हा टोला पर कई प्वाइंट पर पुलिस तैनात है। जबकि अभयपुर और लेड़हा टोला के बीच स्थित भटौली टोला पर कमलेश यादव के दरवाजे के सामने एक टीम जमी हुई है। इसी प्रकार केवटान टोला के मोड़ पर पुलिस की एक टीम आने जाने वालों पर नजर रखती है।