21 वर्षीय फतेहलाल मीना ने हाल ही में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है और उसने ऐसी साइकिल तैयार की है जो बिना चालक के रिमोट से ऑपरेट होती है। कई बार असफल होने के बाद 13 जून को सफल ट्रायल हुआ। युवक ने बताया कि साइकिल बनाने की प्रेरणा पिता की परेशानी हो देखकर मिली है। उसके पिता कानाराम किसान व पशुपालक है। वे प्रतिदिन दूध के ड्रम पैदल लेकर डेयरी तक सप्लाई करने जाते थे। पिता की इस परेशानी को देख हुए युवक ने ऐसी साइकिल बनाने के बारे में सोचा जो घर से ही चलाई जा सके।
यह भी पढ़ें
राजस्थान में शिक्षकों की ड्यूटी को लेकर हुआ बड़ा बदलाव, अब इस नए मॉड्यूल के माध्यम से ही लगेंगी ड्यूटियां
50 किलो वजन ढो सकती हैइस साइकिल को रिमोट से ऑपरेट कर डेढ़ किलोमीटर तक चलाया जाता है। एक बार में 50 किलो वजन ढो सकती है। साइकिल में मोटरी व बैटरी लगी हुई है, जिसे चार्ज करना पड़ता है। साइकिल में दो सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से स्क्रीन पर सब कुछ देखा जा सकता है।
यह भी पढ़ें
राजस्थान के इस जिले में 40 बांधों में नहीं एक बूंद भी पानी, मेहरबान नहीं हुआ मानसून तो आ सकती है आफत
57 हजार में तैयार की, दोस्तों से उधार लिए पैसेइसके बाद युवक ने खुद के जोड़े हुए पैसे तथा दोस्तों से उधार लेकर करीब 50-60 हजार रुपए एकत्र किए और साइकिल बनाने की तैयारी शुरू की। युवक को लैपटॉप और मोबाइल खर्च के लिए जो राशि घर से मिलती थी, वह भी साइकिल बनाने में खर्च कर दी। करीब छह माह में साइकिल बनकर तैयार हुई तथा 57 हजार रुपए का खर्च आया।