13 मंजिला यह चांद बावड़ी 100 फीट से भी ज्यादा गहरी है
चांद बावड़ी राजस्थान के दौसा जिले के आभानेरी गांव में स्थित है। चांद बावड़ी राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 97 किलोमीटर दूर है। 9वीं शताब्दी में निर्मित इस बावड़ी का निर्माण गुर्जर प्रतिहार वंश के राज मिहिर भोज उर्फ चांद ने करवाया था। यही वजह है कि इस बावड़ी को चांद बावड़ी के नाम से जाना जाता है। यह बावड़ी 35 मीटर चौड़ी है और पक्की सीढियां बनी हुई हैं। 13 मंजिला यह बावड़ी 100 फीट से भी ज्यादा गहरी है, जिसमें करीब 3500 सीढियां है।चांद बावड़ी को भूलभुलैया के नाम से भी जाना जाता है
इस बावड़ी को भूलभुलैया के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि यह बावड़ी एक ही रात में बनकर तैयार हो गई थी। इतना ही नहीं, स्थानीय लोगों का तो यह भी दावा है कि इस बावड़ी का निर्माण इंसानों ने नहीं, भूतों ने किया था। चांद बावड़ी के साथ ही अलूदा की बावड़ी और भांडारेज की बावड़ी भी एक ही रात में बनी थी। यह भी पढ़ें