सरपंच मीरा देवी मीना ने बताया कि पहले 8वीं तक विद्यालय पहले पुराने भवन में संचालित था। उसके बाद पुराने भवन के तीन कमरों में दो कमरे आंगनबाडी़ केन्द्र के लिए दे दिए। वर्ष 2015 में विद्यालय माध्यमिक में क्रमोन्नत हो गया। उस समय विद्यालय के लिए तीन कमरे नए बनाए। इसके बाद वर्ष 2022 में विद्यालय उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत हो गया, लेकिन इसके बाद भी कक्षा-कक्षों का निर्माण नहीं होने से तीन कमरों में ही विद्यालय संचालित है। इसमें करीब 400 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
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12 कक्षाओं को तीन कमरों में बैठाकर पढाई करवाना स्टाफ के लिए कोढ में खाज बना हुआ है। कमरों के निर्माण के लिए कई बार विभागीय स्तर सहित जनप्रतिनिधियों से मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते कक्षा-कक्षों के अभाव में बच्चों को खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करनी पड़ रही है।