गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, जिससे बड़ा हादसा टल गया। गौरतलब है कि करीब एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस वे पर लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं। अब तक करीब सवा सौ लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं मानसून सीजन में जगह-जगह हुए गडढे भी सड़क निर्माण की पोल खोल रहे हैं।
महंगा टोल चुकाने के बावजूद लोगों को सुरक्षित सफर नहीं मिल रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर सड़क धंसी है, वहां पहले कुआं था। कुएं को मिट्टी से भरकर सड़क बनाई गई थी। निर्माण में कमी के चलते अंदर ही अंदर पानी के दबाव के चलते सड़क धंस गई। हाइवे निर्माण कंपनी ने गडढे वाली जगह बेरिकेडिंग कर मरम्मत कार्य शुरू किया है।