जानकारी के अनुसार करीब 1300 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुबई एक्सप्रेस वे का 380 किलोमीटर हिस्सा प्रदेश के दौसा समेत कई जिलों से होकर गुजर रहा है। इस एक्सप्रेस वे से लोगों को दिल्ली समेत अन्य जगहों पर जाने में सहुलियत के साथ ही समय की भी बचत हो रही है, लेकिन क्षेत्र के लोगों को इससे सफर के लिए अभी भाण्ड़ारेज के समीप बने इन्टरचेंज से चढ़ने-उतरने की सुविधा है। इसके अलावा करीब 67 किलोमीटर का बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेस-वे भी निर्माणाधीन है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले इन्टरजेंच की मांग को लेकर आन्दोलन भी हुआ।
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एनएचएआई सूत्रों के अनुसार द्वारापुरा में इन्टरजेंच निर्माण के लिए करीब 12 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार की गई है। इसके लिए करीब 6 हैक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। भूमि अवाप्ति के संबंध में मंजूरी मिलने के बाद टेण्डर आदि जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। यह होगा लाभ
दिल्ली-मुबई एक्सप्रेस वे हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों से होकर गुजर रहा है। पूरा मार्ग चालू के बाद देश के प्रमुख शहरों में जाने-आने की सुविधा मिलेगी। अभी भी इसके कई हिस्से यातायात के लिए शुरू किए जा चुके है। वहीं बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेस वे के बनने से भी लोगों को सुविधा मिलेगी।
दिल्ली-मुबई एक्सप्रेस वे हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों से होकर गुजर रहा है। पूरा मार्ग चालू के बाद देश के प्रमुख शहरों में जाने-आने की सुविधा मिलेगी। अभी भी इसके कई हिस्से यातायात के लिए शुरू किए जा चुके है। वहीं बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेस वे के बनने से भी लोगों को सुविधा मिलेगी।
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इन्टरचेंज निर्माण के संबंध में डीपीआर तैयार कर ली गई है। इसके लिए करीब 6 हैक्टेयर भूमि की जरुरत होगी। भूमि अवाप्ति के संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू हो सकेगी।डीके चौधरी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई दौसा