आदित्य पुत्र रामस्वरूप शर्मा, राघवेंद्र सेंगर पुत्र प्रयाग एवं अतीत खान पुत्र रशीद खान निवासी सेंवढ़ा तहसील क्षेत्र में ही पदस्थ हैं। रविवार को तीनों शिक्षक कार में सवार होकर सेंवढ़ा से झांसी जाने के लिए निकले थे। बताया जाता है कि कार को आदित्य शर्मा चला रहे थे। कार जैसे ही सेंधवा बंबा के पास पहुंची तभी अनियंत्रित हो गई और सडक़ किनारे पेड़ से टकरा गई। घटना सुबह करीब 11 बजे की है। कार जब पेड़ से टकराई उस दौरान आसपास के खेतों पर ग्रामीण काम कर रहे थे। ग्रामीण दौड़ कर वहां पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने जैसे ही शिक्षकों को कार से बाहर निकाला उसके कुछ ही देर बाद कार में से धुआं उठना शुरू हो गया। कुछ ही देर में कार में से आग की लपटें उठने लगीं। कार में आग लगने की सूचना मिलने पर मौके पर फायर ब्रिगेड पहुंची लेकिन तब कार पूरी तरह जल चुकी थी।
हो सकती थी बड़ी अनहोनी अगर समय रहते ग्रामीण सक्रिय नहीं होते तो बड़ी कार में आग लगने के बाद बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
उल्लेखनीय है कि सडक़ दुर्घटना में जान गंवाने वाले शिक्षक आदित्य शर्मा कुछ दिन पहले तो एसडीएम कार्यालय सेंवढ़ा में अटैच थे। कुछ दिन पहले ही आदित्य का अटैचमेंट समाप्त हुआ था और उन्हें विसौर में पदस्थ किया गया था।
उल्लेखनीय है कि सडक़ दुर्घटना में जान गंवाने वाले शिक्षक आदित्य शर्मा कुछ दिन पहले तो एसडीएम कार्यालय सेंवढ़ा में अटैच थे। कुछ दिन पहले ही आदित्य का अटैचमेंट समाप्त हुआ था और उन्हें विसौर में पदस्थ किया गया था।
शिक्षक आदित्य की मौत
घायलों को लेकर डायल 100 जब इंदरगढ़ अस्पताल पहुंची तो घायलों की हालत को देखते हुए उन्हें ग्वालियर रैफर कर दिया गया। ग्वालियर में उपचार के दौरान शिक्षक आदित्य शर्मा की मौत हो गई।
घायलों को लेकर डायल 100 जब इंदरगढ़ अस्पताल पहुंची तो घायलों की हालत को देखते हुए उन्हें ग्वालियर रैफर कर दिया गया। ग्वालियर में उपचार के दौरान शिक्षक आदित्य शर्मा की मौत हो गई।
कार से बाहर निकाला
ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो कार में सवार तीनों शिक्षक बेहोशी की हालत में थे और कार में ही फंसे रहे गए थे। ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाते हुए तीनों घायल शिक्षकों को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने घटना की सूचना डायल 100 को दी तो तत्काल भगुवापुरा डायल 100 वाहन मौके पर आया।
ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो कार में सवार तीनों शिक्षक बेहोशी की हालत में थे और कार में ही फंसे रहे गए थे। ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाते हुए तीनों घायल शिक्षकों को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने घटना की सूचना डायल 100 को दी तो तत्काल भगुवापुरा डायल 100 वाहन मौके पर आया।