CG News: बच्चों के सपनों को मिल रहा पंख
आज वही अंजन न केवल खुद के लिखे गीत गाता है, बल्कि उन्हें कंपोज भी करता है। हाल ही में उसने अयोध्या धाम में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर एक विशेष गीत लिखा और उसे संगीतबद्ध भी किया। दंतेवाड़ा के सक्षम संस्थान ने अंजन की संगीत प्रतिभा को पहचाना और उसे आर्गन, कांगो और ढोलक बजाने का प्रशिक्षण दिया। हर साल आयोजित होने वाले बारसूर महोत्सव में इस बार अंजन अपने लिखे रामलला गीत की प्रस्तुति देगा। अंजन फिलहाल 11वीं कक्षा का छात्र है। सक्षम संस्थान में दसवीं तक की पढ़ाई पूरी कर, उसने अपने जीवन में नया मुकाम हासिल किया है।
अंजन और जैसे कई बच्चों के लिए सक्षम संस्थान, डीएमएफ के माध्यम से संचालित किया जाता है। डीएमएफ की स्थापना प्रधानमंत्री मोदी जी ने खनन प्रभावित इलाकों के विकास के लिए कराई थी। आज यह निधि अंजन जैसे बच्चों के सपनों को पंख दे रही है।
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दादा जी की निराशा से मां के भरोसे तक का सफर
अंजन का जन्म बीजापुर के घोर नक्सल प्रभावित इलाके में हुआ। जब वह दृष्टिबाधित पैदा हुआ, तो उसके दादा जी ने कहा, इसका क्या करेंगे, इसे कहीं छोड़ दो। लेकिन उसकी मां ने अंजन को पालने और उसकी परवरिश करने का फैसला लिया। सक्षम संस्थान में दाखिले के बाद अंजन की प्रतिभा और संगीत की रुचि ने उसकी दुनिया बदल दी। अंजन की प्रतिभा का असर केवल प्रधानमंत्री तक सीमित नहीं रहा। (chhattisgarh news) पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी उसकी कला से प्रभावित हो चुके हैं।