दमोह

दो घंटे आंधी तूफान ने उजाड़े छप्पर किचन से लेकर बेडरूम व बैठक का सामान खराब

दोपहर 2 बजे से शाम 5.30तक रही बिजली बंद

May 30, 2020 / 01:01 pm

rakesh Palandi

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बिजली बंद रही, कई हिस्सों में शाम 7 बजे तक बहाल नहीं हो पाई थी। दमोह शहर से लगे कोटा तला में आंधी का केंद्र रहा। यहां पर अधिकांश घरों में सीमेंट की चादरें व लोहे की चादरों की छत के सहारे लोग जीवन बसर कर रहे हैं। कोटातला निवासी सोना खान, मुबारक खान, उमर खान, गुड्डू खान ने बताया कि आंधी की तीव्र गति थी।

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जिससे उनके घरों की सीमेंट की चादरें पत्तों की तरह हवा में उड़ गए। कई घरों में स्थिति ऐसी थी कि पूरी सीमेंट की चादरें टूटकर हवा में उड़कर बिखर गई थीं। जिस समय छप्पर उड़ रहे थे तो लोग बाहर भागे जिससे कोई चोटिल नहीं हो पाया है। करीब आधा दर्जन घरों की किचन में रखी खाने पीने की सामग्री खराब हो गई। बेडरूम, बैठक सहित घर में रखी सामग्री खराब हो गई है। इस आंधी तूफान ने सभी को नुकसान पहुंचाया है।

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भारी बैरीकेटस पत्ते की तरह बिखरे आंधी तूफान का तेज असर शहर के अंदर न होकर बाहरी सीमा में दिखा। बायपास पर रखे बैरीकेट्स हवा में उड़कर बिखर गए थे। ड्यूटी कर्मचारियों की मानें तो कुछ पल के लिए हवा का बेग इतना तेज था कि भारी भरकम बैरीकेटस पत्ते की तरह हवा में उडऩे लगे। ड्यूटी कर्मचारियों के लिए लगाया टेंट भी हवा में बिखर गया था।

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टोल प्लाजा की छप्पर उड़ी आंधी तूफान का तीव्र असर टोल प्लाजा में लगा एक तरफ का शेड भी टूटकर बिखर गया। इस दौरान गनीमत यह रही कि नीचे कोई मौजूद नहीं था। नहीं तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था

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बांदकपुर में पेड़ उखड़े आंधी तूफान का असर बांदकपुर में भी देखा गया। यहां पेड़ उखड़ गए। रेस्ट हाउस के पास पेड़ टूटने के साथ शेड भी उड़ गए। इसके अलावा गांव में अनेक खपरैल मकानों के खपरे बिखर गए जिसमें नीचे घर गृहस्थी की सामग्री के साथ खाने पीने की सामग्री भी धूल से सन गई थी।

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फाल्ट बनने से बिजली गुल आंधी के तेज असर से बिजली व्यवस्था भी बाधित हुई। कई जगह बिजली के खंभे व तार टूटने से दोपहर 2 बजे से शाम 5.30 तक बिजली बंद रही। इस दौरान सुधार कार्य जारी रहा। कई हिस्सों में शाम 7 बजे तक बिजली नहीं आई थी।

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