- सफाई के साथ-साथ उन्नयन के होना है काम
अमृत २.० योजना के तहत तीनों तालाबों की सफाई ग्राउंड लेवल पर होना है। जिसमें तालाब की गहराई का भी काम है। इसके अलावा अलग-अलग तालाबों में अलग काम है। जिसमें रैलिंग, घाट, तार फेंसिंग, पिचिंग सहित अन्य कार्य महत्वपूर्ण है। इस तरह तालाबों को संवारने के काम है। - सितंबर से शुरू होना था काम
पत्रिका ने जब मामले में पड़ताल की तो पता चलता है कि भोपाल की फर्म एचएनएम स्टूडियोज को यह काम मिला है। जिसके संचालक को १ सितंबर को ही वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया था। तभी से यह काम शुरू होना था, लेकिन ठेकेदार ने एक-दो दिन के लिए सिर्फ फुटेरा तालाब पर काम लगाया, इसके बाद वह वापस काम पर नहीं आया। जिसके ढाई महीने बीत चुके हैं। - तालाबों की स्थिति है खराब
पत्रिका ने शहर के तीनों तालाबों की स्थिति देखी। फुटेरा तालाब जहां चोई और गंदगी से अटा पड़ा हुआ है। वहीं यहां का पानी भी पूरा गंदा हो चुका है। वहीं पुरैना तालाब की पिचिंग जगह-जगह से धंस रही है। तालाब का पानी तेजी से लीकेज हो रहा है। पाठक कॉलोनी का तालाब भी गंदा हो चुका है। जिससे पानी से बदबू आने लगी है। इसके चारों ओर रहने वाले लोग परेशान है।
३.५ करोड़ रुपए का काम
२ महीने पहले जारी हो चुका वर्क ऑर्डर
३ तालाबों की सफाई और उन्नयन का काम
वर्शन
वर्क ऑर्डर हुए २ महीने से अधिक का समय हो चुका है। ठेका कंपनी के संचालक को नोटिस जारी किया गया है। यदि जल्द ही काम शुरू नहीं होता है तो सख्त एक्शन लिया जाएगा।
प्रांजल चौहान, उपयंत्री नगरपालिका दमोह
वर्क ऑर्डर हुए २ महीने से अधिक का समय हो चुका है। ठेका कंपनी के संचालक को नोटिस जारी किया गया है। यदि जल्द ही काम शुरू नहीं होता है तो सख्त एक्शन लिया जाएगा।
प्रांजल चौहान, उपयंत्री नगरपालिका दमोह