दमोह. बिजली के पुराने मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जाने से शहर में हड़कंप मचा हुआ है। नए स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं में तरह-तरह की भ्रांतियां हैं, लेकिन बिजली कंपनी द्वारा इन भ्रांतियों को दूर किए बगैर घर-घर मीटर बदलने का काम किया जा रहा है। हैरानी की बात ये है कि कई उपभोक्ताओं से मीटर बदलने की अनुमति तक नहीं ली जा रही है। बिजली कंपनी के कर्मचारी जबरन नया मीटर लगा रहे हैं। इसको लेकर बिजली उपभोक्ता शिकायतें भी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शहर में 32 हजार से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। नए स्मार्ट मीटर लगने के बाद रीडिंग का तरीका बदल जाएगा। अभी तक हर महीने कर्मचारी मीटर रीडिंग करने पहुंचते थे, लेकिन स्मार्ट मीटर में उपभोक्ता न सिर्फ बिजली की दैनिक खपत पता कर सकेंगे, बल्कि उपयोग किए जा रहे लोड का ब्यौरा की जानकारी भी हासिल कर सकेंगे। वहीं स्मार्ट मीटर लगने के बाद रीडिंग में त्रुटि खत्म होने के साथ विद्युत खपत में पारदर्शिता और वास्तविक खपत के मुताबिक बिल जारी होंगे।
हालांकि जिस तरह से शहर में अचानक से स्मार्ट मीटर लगाने की कार्रवाई हो रही है, उससे उपभोक्ताओं के बीच भ्रांतियां और अफवाह फैल रही हैं। दिक्कत तब और बढ़ रही है जब कई बार कर्मचारी धौंस दिखाकर मीटर बदलने पर जोर देते। वहीं बिजली कंपनी के अधिकारी उपभोक्ताओं के बीच जाकर उनकी समस्याओं और भ्रांतियों को दूर करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। इससे उपभोक्ताओं के बीच फैलीं भ्रांतियां दूर नहीं हो रही हैं।
घर पर कोई नहीं था, कर्मचारी मीटर बदल गए इस पूरे मामले सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि पुराने मीटर बदलने के लिए कर्मचारी उपभोक्ताओं की सहमति लेना भी जरूरी नहीं समझ रहे। पुराने मीटर घरों के बाहर लगे हुए हैं। इस सहूलियत का कर्मचारी बखूबी फायदा उठा रहे हैं। कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। जब लोग घर से बाहर थे। कर्मचारी पहुंचेए तो उन्हें घरों में ताला लगा मिला। इसके बावजूद पुराना मीटर हटाकर उन्होंने नया मीटर लगा दिया। जब लोग घर वापस आए, तब उन्हें मीटर बदला मिला।
समय पर रीडिंग न होने या गलत रीडिंग होने की शिकायतें आती थीं। स्मार्ट मीटर से परेशानियां खत्म होंगी। यदि कहीं पर उपभोक्ता को बताए बगैर मीटर बदला गया है और शिकायत आती है, तो मैं दिखवाता हूं।
रोहित सोलंकी, सहायक अभियंता दमोह
रोहित सोलंकी, सहायक अभियंता दमोह