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कई घंटों तो तड़पते बिलखते बच्चे को किसी ने छुड़ाने की जहमत नहीं उठाई। वहीं, पेड़ की चीटिंया उसको काटती रही और वह चिल्लाता रहा। घंटों बाद जाकर जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तब बच्चे को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया गया। दरअसल दो दिन पूर्व यानी शुक्रवार को स्थानीय निवासी नूर आलम का मोबाइल चोरी हो गया था। उसने आसपास काफी तलाश की लेकिन मोबाइल का कहीं कोई सुराग नहीं लग सका। शनिवार यानी अगले दिन जब उसके कुछ मिलने वालों ने इलाके में घूम रहे एक दस साल के बच्चे को पकड़ लियाव और मोबाइल चोरी के आरोप लगाया।
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थोड़ी ही देर में इकट्ठा हुए लोगों ने पहले बच्चे को डरा-धमकार पूछताछ की। फिर उसके साथ ज्यादती शुरू कर दी। मामले की खबर सुनकर नूर आलम वहां आ पहुंचे और बच्चे से सख्ताई से पेश आने लगे। बच्चे ने जब मोबाइल के बारे में कोई जानकारी नहीं दी तो लोगों की भीड़ ने नाबालिग को घेर लिया। उसे पेड़ से बांध दिया और लाठी-डंडों बुरी तरह पीटा।