रात करीब दो बजे ताजिया दफन कर वापस लोग ट्रैक्टर से वापस लौट रहे थे। अभी वह गांव के बाहर ही पहुंचे थे कि ताजिया में लगी लोहे की छतरी बिजली के तार को छू गई, जिसके बाद करंट से तीन लोगों की मौक पर ही मौत हो गई और चार लोग बुरी तरह झुलस गये, जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतकों में जिन्दापुर निवासी समी खां (22), सलीम खां (18) व उमरान (18) शामिल हैं। हादसे के बाद से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
मुहर्रम पर ताजिये का जुलूस निकालते समय कहीं ताजिये तो कहीं लाउडस्पीकर बिजली के नंगे तारों में छू गये, जिससे ये हादसा हुआ। मुरादाबाद में 91, अमरोहा में 16, इलाहाबाद में नौ, और बाराबंकी में अकीदमंत लतीफ (45) बुरी तरह झुलस गया। इन सभी को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। कई जगह परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप भी लगाये हैं।
गोमती नदी में पलट गई नाव
फैजाबाद के कुमारगंज में करीब एक दर्जन लोग आधी रात को गोमती नदी पार कर जियारत करने जा रहे थे, बहाव तेज होने के चलते अचानक नाव पलट गई। सूचना पाकर पीएसी मौके पर पहुंची, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जा सका। इसमें मोहम्मद हसीब (13) की मौत हो गई, जबकि शेष लोगों को बचा लिया गया।
कंधे पर रखकर ले जा रहा था ताजिया
बाराबंकी जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के पकरिया पुरवा गांव में लतीफ (45) कंधे पर ताजिया रखकर लिये जा रहा था। रास्ते में उसकी ताजिया बिजली के तार से छू गई, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया, जिसे लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिले में ही मातम मना रहे मो. अबरार (25) का दायां हाथ कट गया, जिसे आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, गोंडा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के आंटा कस्बे में मुहर्रम के दौरान एक दीवार गिरने 08 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई।