रैसी वान डेर डुसेन का कहना है कि इस मैच में आकर, हम खुद को उस स्थिति में रखना चाहते थे। इसलिए अगर हम टॉस जीतते तो भी गेंदबाजी करते। यह जानते हुए कि उनके पास विशेष रूप से एक मजबूत स्पिन आक्रमण है। मुझे लगता है कि यह काफी हद तक नियंत्रित था। एक या दो घबराहट वाले क्षण थे, लेकिन पीछा करने में ऐसा हमेशा होता है।
‘हमने कभी भी क्लस्टर में विकेट नहीं खोए’
उन्होंने कहा कि एक चीज जो हमने अच्छी तरह से की है वह यह है कि हमने कभी भी क्लस्टर में विकेट नहीं खोए। जो भी आया उसने थोड़ी-बहुत साझेदारी की और इसे करीब-करीब ख़त्म किया। वे वास्तव में कभी भी मैच में नहीं थे। भले ही ऐसा लग रहा हो कि जब हमें लगभग 50-50 की जरूरत थी, हाथ में पांच विकेट होने पर आप दस में से नौ बार वहां पहुंचने वाले हैं।
सेमी-फ़ाइनल से पहले दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका, चोट के चलते बाहर हुआ यह दिग्गज
अब सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत
विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की अगली चुनौती गुरुवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में दूसरे सेमीफाइनल में पांच बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगी। प्रोटियाज़ ने लीग चरण में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लखनऊ में पिछली भिड़ंत 134 रन से जीती थी। लेकिन, दक्षिण अफ़्रीका आख़िरी बार 2015 में विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में उतरी थी और अधिकांश खिलाड़ियों को नॉकआउट मैच खेलने का ज़्यादा अनुभव नहीं था।
वान डेर डुसेन ने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया नॉकआउट क्रिकेट खेलने की भावना को अधिक जानता है, लेकिन उन्होंने अपनी जीत की मानसिकता को जारी रखने के लिए अपनी टीम का समर्थन किया।