इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के लिए ऑलराउंडर मार्को यनेसन ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने इस मैच की पहली पारी में 6.5 ओवर में मात्र 13 रन देकर सात विकेट और दूसरी पारी में 21.4 ओवर में 73 रन देकर चार विकेट झटके। इस तरह यनेसन ने इस मैच में 86 रन देकर 11 विकेट झटके। यह डरबन में किसी भी गेंदबाज द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे अच्छा फिगर है।
मार्को जेनसन की अगुआई में प्रोटियाज गेंदबाजी आक्रमण ने दूसरी पारी में श्रीलंकाई बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया और अपने विरोधियों को मात्र 42 रनों के स्कोर पर ढेर कर दिया। जेनसन 1991 में क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका के फिर से प्रवेश के बाद से दस विकेट लेने वाले पहले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बन गए।
पहली पारी में बल्लेबाजी करने के बाद, प्रोटियाज ने संघर्ष किया। एक के बाद एक विकेट गिरने के बाद, कप्तान तेम्बा बावुमा की 70 रनों की पारी ने उनकी टीम को 191/10 तक पहुंचाया। पहली पारी में 200 रन के आंकड़े को पार न कर पाने के कारण प्रोटियाज गेंदबाजों ने दूसरे दिन भारी दबाव में मैदान संभाला और शानदार प्रदर्शन किया। मार्को जेनसन के शानदार 6.5 ओवर के स्पेल में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने सात विकेट झटके। कैगिसो रबाडा (1) और गेराल्ड कोएट्जी (2) ने जेनसन की मदद की और मेहमान टीम को 42 रन पर समेट दिया, जिससे उन्हें 149 रन की बढ़त मिली।
ट्रिस्टन स्टब्स (122) और बावुमा (113) ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका के लिए चौथे विकेट के लिए सबसे बड़ी 249 रन की साझेदारी की और 2012 में केपटाउन के न्यूलैंड्स में एबी डिविलियर्स और जैक्स कैलिस द्वारा बनाए गए 192 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा। 366/5 के स्कोर पर प्रोटियाज ने अपनी पारी घोषित कर दी और मेहमान टीम को 516 रनों का विशाल लक्ष्य दिया। दिनेश चांडीमल और कप्तान धनंजय डी सिल्वा के बेहतरीन प्रयासों के बावजूद मेहमान टीम 282 रनों पर ढेर हो गई और मेजबान टीम को यादगार जीत मिली।
मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद जेनसन ने कहा, “मैंने हमेशा पांच विकेट लेने का सपना देखा था, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि मैं 10 विकेट लूंगा, लेकिन आप इसी के लिए काम करते हैं। यह अभी तक समझ में नहीं आया है (पहली पारी के प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए)। दूसरी पारी में, हमें लगा कि पिच थोड़ी सपाट, धीमी और नीची है, लेकिन 11 विकेट लेना एक सपना सच होने जैसा है।”