सात साल की उम्र से शुरू किया खेलना
पूर्व क्रिकेटर व कोच मनीष ओझा ने बताया कि वैभव ने सात साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। वैभव के पिता उन्हें समस्तीपुर से कोचिंग के लिए पटना लेकर आते थे। सर्दी हो या गर्मी हर मौसम में वैभव सुबह साढ़े सात बजे से तीन बजे तक अभ्यास किया करते थे। पिछले साल उन्हें बिहार के घरेलू टूर्नामेंट हेमंत ट्रॉफी में मौका मिला, जिसमें वे चार शतकों की मदद से 670 रन बना शीर्ष स्कोरर रहे।
वीनू मांकड़ ट्रॉफी में चमके –
वैभव अंडर 19 वीनू मांकड़ ट्रॉफी में लगातार शतक लगाकर चयनकर्ताओं की नजर में आए। इस शानदार प्रदर्शन के आधार पर वैभव का चयन चैलेंजर ट्रॉफी में हुआ। इंडिया-बी अंडर-19 टीम के लिए खेलते हुए उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की। इस प्रदर्शन के आधार पर उसे रणजी ट्रॉफी के लिए चुना गया।
अलीमुद्दीन के नाम है रेकॉर्ड
सबसे कम उम्र में रणजी खेलने का रेकॉर्ड अलीमुद्दीन के नाम है। उन्होंने 1942-43 सत्र में 12 साल 73 दिन की उम्र में पदार्पण किया था। अजमेर के अलीमुद्दीन राजपूताना टीम के लिए बड़ौदा के खिलाफ पदार्पण किया था।