अंपायर कौन बन सकता है
सबसे पहले आपको बता दें कि अंपायर बनने के लिए ऐसा जरूरी नहीं है कि उसका क्रिकेट बैकग्राउंड हो। अगर किसी ने पहले क्रिकेट खेला है तो उसे इसका थोड़ा सपोर्ट जरूर मिल सकता है। लेकिन अंपायर बनने के लिए एक तय प्रक्रिया से सभी को गुजारना होता है, और इंटरनेशनल मैच में अंपायरिंग करने के लिए कुछ टेस्ट भी पास करने बेहद जरूरी होते हैं।
अंपायर बनने के लिए सबसे ज्यादा आपकी आईसाइट, फिटनेस और क्रिकेट के नियम आदि पर ध्यान दिया जाता है। फिर आपको स्टेट अंपायर बनना होता है और इसके बाद बीसीसीआई में अंपायर के लिए रजिस्टर करवाना पड़ता है। बीसीसीआई में कई ग्रेड के एंपायर होते हैं। जिसमें ग्रेड-ए से लेकर डी तक शामिल है। बीसीसीआई ने करीब 20 ग्रेड-ए अंपायर अपने पास रखे हैं।
प्रोसेस क्या है ?
अंपायर बनने का पहला चरण यह है कि आपको स्टेट एसोसिएशन में इसके लिए खुद को रजिस्टर करना होता है। इसके लिए पहले लोकल मैचों में आपको अंपायरिंग करनी होती है। इसके बाद आप किस तरह की अंपायरिंग करते हैं, वह देखने के बाद स्टेट एसोसिएशन कैंडिडेट का नाम आगे बढ़ाता है। उसके बाद बीसीसीआई के अंपायर बनाए जाते हैं। पहले आपको स्टेट एसोसिएशन में अपने अनुभव और टैलेंट के साथ खास जगह बनानी पड़ती है, उसके बाद ही आप का नाम आगे बढ़ाया जाएगा। यह नाम बीसीसीआई के अंपायरिंग के लिए नहीं बल्कि बीसीसीआई की ओर से आयोजित की जाने वाली एक्जाम के लिए भेजा जाता है। जो लेवल-वन की परीक्षा होती है।
इस परीक्षा में जो भी कैंडिडेट चुने जाते हैं, उसके बाद वह लेवल-2 के लिए एलिजिबल हो जाते हैं। फिर इसके बाद मेडिकल टेस्ट होता है और इसके बाद बीसीसीआई के अंपायर बनते हैं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि अंपायर बनने के लिए जो भी जरूरी चीज है, वह बाजार में उपलब्ध है। इसके लिए कोचिंग भी दी जाती है। जहां से आप इन बातों के बारे में जानकारी जुटा कर इसकी तैयारी कर सकते हैं।
सैलरी कितनी मिलती है ?
अब बात करते हैं सैलरी की जिसे जानने के लिए आप यहां तक आए बता दें कि अंपायरों की सैलरी उनके लेवल और वरिष्ठता के आधार पर तय की जाती है। साथ ही उनके पैनल के आधार पर भी सैलरी तय होती है। 4 महीने पहले ही बीसीसीआई की ओर से अलग-अलग लेवल के अंपायरों की जानकारी दी गई है। जिसमें ग्रुप ए में 20, ग्रुप बी में 60, ग्रुप सी में 46 और ग्रुप डी में 11 अंपायर है।
आईपीएल के एक सीजन में खिलाड़ी करोड़ों की कमाई करते हैं लेकिन आपको बता दें कि कमाई के मामले में अंपायर जी कहीं से पीछे नहीं है विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएल में अंपायर की सैलरी को दो कटोरी में बांटा गया है पहली श्रेणी में आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल अंपायर है इन अंपायर को हर आईपीएल मैच में अंपायरिंग करने के लिए लगभग ₹200000 दिए जाते हैं और दूसरी श्रेणी में डेवलपमेंट अंपायर हैं हर मैच की फीस के रूप में ₹59000 मिलते हैं।
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इस सीजन हर अंपायर करीब 20 मैचों में अंपायरिंग करेंगे इस हिसाब से हुआ आईपीएल के एक सीजन में तकरीबन ₹40000 की कमाई करेंगे इसके अलावा एंपायर के ड्रेस पर लगे हुए स्पॉन्सरशिप लोगों के लिए भी उन्हें अच्छे खासे पैसे मिलते हैं।
आईपीएल में खिलाड़ियों का न्यूनतम बेस प्राइस 20 लाख रुपए है और अगर कोई फ्रेंचाइजी भारत के किसी डोमेस्टिक प्लेयर को इसी दाम पर अपनी टीम में रख लेती है तो उसे कम से कम 20 लाख तो देने होंगे। लेकिन वही अंपायर की एक सीजन में में कमाई तकरीबन ₹40000 होती है। उससे कंपेयर करें तो अंपायर की कमाई आईपीएल के कई क्रिकेटरों से भी ज्यादा है।
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