मैच फंसा कर आउट हो गए शुभमन
जब गुजरात की टीम लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब गिल ने आखिरी ओवर में मैच फंसा दिया था। पहले तो शुभमन गिल ने काफी धीमी बल्लेबाजी की। जब शुभमन गिल आखिरी ओवर में आउट हुए तब मामला 2 गेंदों में 4 रन तक पहुंच गया था। यहां वह पल था जहां से मैच किसी भी तरफ जा सकता था। लेकिन राहुल तेवतिया ने सैम करन की पांचवी गेंद पर लेग साइड में चौका लगाकर गुजरात को जीत दिला दी।
शुभम गिल के बैटिंग का यह अंदाज आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्होंने कहा कि अगर शुभमन अपनी फिफ्टी के लिए नही खेलता तो शायद मैच बहुत ही जल्द खत्म हो जाता।शुभमन ने पावर प्ले में 9 गेंदों में 17 रन बनाए थे। बीच के ओवर में भी शुभमन अच्छा खेल रहे थे और 22 गेंद में 35 रन बना चुके थे। लेकिन यहां से 50 तक तक पहुंचने के लिए उन्होंने 18 गेंदें खेली और यही कारण था कि मैच इतना करीब पहुंच गया।
आगे सहवाग बोले – उन्होंने 49 गेंदों में 67 रन बनाए। लेकिन वह अपने अर्धशतक तक कब पहुंचे। उन्होंने 41 या 42 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया। अर्धशतक बनाने के बाद तेजी आ गई। अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो गुजरात आखिरी ओवर के बजाय 17 या 18 ओवर में ही मैच जीत लेती।आगे वीरू ने कहा आप यह नहीं सोच सकते कि मैं एक अर्धशतक बना लेता हूँ। मैच हम वैसे भी जीत जाएंगे।
आगे उन्होंने कहा- यह क्रिकेट है जिस समय आप अपने प्रदर्शन के बारे में सोचने लगते हैं, और टीम के प्रदर्शन के बारे में नहीं सोचते तो आपको क्रिकेट से एक करारा तमाचा पड़ता है।” ऐसा मत सोचो अगर आपने अच्छा इरादा दिखाया होता और करीब 200 के स्ट्राइक रेट से खेला होता तब आप बहुत पहले ही 50 तक पहुंच सकते थे और अपनी टीम के लिए अधिक गेंद को बचा सकते थे।