भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। ऐसे में पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर का कहना है कि भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी के मैच खेलने चाहिए, ताकि वे टेस्ट सीरीज से पूर्व लय हासिल कर सकें। जाफर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बात करते हुए कहा रणजी ट्रॉफी खेलना बहुत जरूरी है। अगर वे एक भी रणजी मैच खेलेंगे तो दो पारियां खेलने को मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना अनुभव रखते हैं। आपको मैच टाइम की आवश्यकता होती है, खासकर लाल गेंद के क्रिकेट में।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से बड़ा मौका
जाफर ने आगे कहा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज सभी दृष्टिकोण से एक बड़ी सीरीज है। चाहे उसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिहाज से देखें, जिसमें भारत अपनी जगह बना सकता है या फिर भारतीय टीम दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम बन सकती है। इस सीरीज में टीम इंडिया को वह सब कुछ करना चाहिए, जो वह कर सकती है। उन्होंने कहा कि विराट कोहली ने कुछ समय से अधिक टेस्ट नहीं खेले हैं। वहीं, रोहित के साथ कई अन्य का भी कुछ ऐसा ही हाल है।
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रवि शास्त्री ने दिया सचिन तेंदुलकर का उदाहरण
बता दें कि जाफर से पहले रवि शास्त्री ने भी मैच की कमेंट्री के दौरान कहा था कि विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे न खेलकर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज की तैयारी को लेकर रणजी खेलें। उन्होंने सचिन का उदाहरण भी देते हुए बताया कि 25 साल पूर्व सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ सीसीआई में खेले थे और दोहरा शतक जड़ा था। इसके दो महीने बाद 1998 में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सभी प्रारूप में 1000 से अधिक रन बनाए थे।
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वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से बड़ा मौका
जाफर ने आगे कहा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज सभी दृष्टिकोण से एक बड़ी सीरीज है। चाहे उसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिहाज से देखें, जिसमें भारत अपनी जगह बना सकता है या फिर भारतीय टीम दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम बन सकती है। इस सीरीज में टीम इंडिया को वह सब कुछ करना चाहिए, जो वह कर सकती है। उन्होंने कहा कि विराट कोहली ने कुछ समय से अधिक टेस्ट नहीं खेले हैं। वहीं, रोहित के साथ कई अन्य का भी कुछ ऐसा ही हाल है।
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रवि शास्त्री ने दिया सचिन तेंदुलकर का उदाहरण
बता दें कि जाफर से पहले रवि शास्त्री ने भी मैच की कमेंट्री के दौरान कहा था कि विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे न खेलकर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज की तैयारी को लेकर रणजी खेलें। उन्होंने सचिन का उदाहरण भी देते हुए बताया कि 25 साल पूर्व सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ सीसीआई में खेले थे और दोहरा शतक जड़ा था। इसके दो महीने बाद 1998 में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सभी प्रारूप में 1000 से अधिक रन बनाए थे।
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