भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर दुविधा
राहुल ने पर्थ टेस्ट कि दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी की थी और जायसवाल के साथ ओपनिंग करते हुए 200 रन से ज्यादा की साझेदारी की थी। अगर सबकुछ सही रहता है तो हम शुभमन गिल को भी एडिलेड टेस्ट में खेलते देख सकते हैं। ऐसे में
भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। हालांकि चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की सलामी जोड़ी के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
राहुल को तीन नंबर से नीचे नहीं खेलना चाहिए
पुजारा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत के दौरान कहा, “मुझे लगता है अगर हम उसी बल्लेबाज़ी क्रम के साथ जा सकें, मसलन राहुल और जायसवाल पारी की शुरुआत करें, रोहित तीन नंबर पर आएं और गिल पांच नंबर पर आएं। अगर रोहित ओपन करना चाहते हैं तब राहुल को नंबर तीन से नीचे नहीं खेलना चाहिए। मुझे लगता है राहुल को शीर्ष क्रम में ही खेलना चाहिए, क्योंकि उन्हें वहां खेलना रास आता है। और मैं उम्मीद करता हूं हम इस चीज़ के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे।”
देवदत्त पड़िक्कल की होगी छुट्टी
ऐसा भी हो सकता है कि पहले मैच में शून्य और 25 रन बनाने वाले देवदत्त पड़िक्कल बाहर जाएं। लेकिन रोहित और जायसवाल पारी की शुरुआत करते हैं, राहुल नंबर तीन और विराट कोहली नंबर चार पर खेलते हैं तब अगर गिल फ़िट हो जाते हैं तो उन्हें कहां बल्लेबाज़ी करनी चाहिए?
गिल को कहा खेलना चाहिए ?
पुजारा ने कहा, “नंबर पांच पर, क्योंकि अगर दो विकेट जल्दी गिर जाते हैं तब वह नई गेंद का भी सामना कर सकते हैं। लेकिन अगर उनकी बाद में बल्लेबाज़ी आती है, मसलन 25-30 ओवर के बाद तो वह अपने शॉट्स भी खेल सकते हैं। अगर तीन विकेट जल्दी गिर जाते हैं तब गिल बल्लेबाज़ी के लिए आकर ऋषभ पंत को नई गेंद से बचा सकते हैं। मैं नहीं चाहूंगा कि वह तब बल्लेबाज़ी के लिए आएं जब गेंद सख़्त और नई हो।”
पुजारा नहीं चाहते कि एडिलेड में गेंदबाज़ी लाइन अप में कोई बदलाव हो
तब ऐसी स्थिति में पंत पर्थ की तुलना में एक पायदान नीचे बल्लेबाज़ी के लिए आ सकते हैं और ध्रुव जुरेल को भारतीय टीम से बाहर होना पड़ सकता है। अब वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी की बारी आती है। पुजारा नहीं चाहते कि एडिलेड में गेंदबाज़ी लाइन अप में कोई बदलाव किया जाए। मतलब आर अश्विन और रवींद्र जडेजा तो प्लेइंग XI में जगह बनाने के लिए अभी और इंतज़ार करना पड़े और हर्षित राणा की जगह पर आकाश दीप या प्रसिद्ध कृष्णा की जगह बनती हुई नहीं दिख रही है।
बुमराह अच्छी लय में दिखे
पुजारा ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है। इस गेंदबाज़ी आक्रमण ने हमें सफलता दिलाई है। बुमराह अच्छी लय में दिखे, (मोहम्मद) सिराज ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की और उन्हें हर्षित का साथ मिला। उन्होंने बेहद अच्छी गेंदबाज़ी की। आपको यह समझना चाहिए कि वो अपना पहला मैच खेल रहे थे लेकिन इसके बावजूद वो गेंद को ऊपर पिच कर रहे थे।” पुजारा ने कहा, “उन्हें इस कारण से दल में जगह मिली है क्योंकि वह बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। दूसरे मैच में अगर हम जल्दी विकेट गंवा देते है तो हमें उनकी ज़रूरत पड़ सकती है। अगर निचले क्रम की ज़रूरत महसूस होती है तब वॉशिंगटन वो भूमिका अदा कर सकते हैं।”
पुजारा इकलौते स्पिनर के रूप में वॉशिंगटन सुंदर के साथ जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में उछाल लेती पिचों के चक्कर में आ जाना आसान है लेकिन वह लगातार सही जगह और लेंथ पर गेंद डाल रहे थे और उनके पास यह क्षमता है। तो मुझे लगता है कि हमें उसी गेंदबाज़ी आक्रमण के साथ मैदान में उतरना चाहिए, चार तेज़ गेंदबाज़ और सुंदर।” हालांकि अंतिम नाम पर विमर्श ज़रूर हो सकता है। पुजारा ने भी स्वीकारा कि वॉशिंगटन को गेंदबाज़ी से ज़्यादा बल्लेबाज़ी के लिए जडेजा और अश्विन पर तरजीह दी गई थी।
पुजारा ने कहा, “जब उन्होंने गेंदबाज़ी शुरू की तो लय में नज़र नहीं आ रहे थे लेकिन उन्हें बाद में विकेट मिले, उन्होंने गति में मिश्रण भी किया, तो इसलिए वह हमारे स्पिनर होने चाहिए। क्योंकि वह अच्छी बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं। उन्हें इसी कारण से दल में चुना गया था क्योंकि वह बल्लेबाज़ी कर सकते थे। अगर दूसरे मैच में हम जल्दी विकेट गंवा देते हैं तो वॉशिंगटन वो भूमिका निभा सकते हैं। दूसरा टेस्ट 6 दिसंबर से शुरू होगा। इससे पहले इस सप्ताहांत में भारतीय टीम प्राइम मिनिस्टर्स XI के ख़िलाफ़ कैनबरा में दो दिवसीय पिंक बॉल टेस्ट भी खेलेगी।