ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजी कोच माइकल डि वेनुटो ने कहा कि मुझे लगता है कि अधिकतर लोगों ने यह सुना होगा। उन्हें इस बात का ठीक से अंदाजा होना चाहिए कि क्या नहीं करना है। उन्होंने कहा कि यह गेम के उन क्षणों में से एक था, जब आप टॉप क्लास गेंदबाजों के सामने दबाव में होते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें कभी-कभी देखने को मिलती हैं।
खराब बल्लेबाजी पर जताई चिंता
वेनुटो ने आगे कहा कि निश्चित तौर पर यह स्पष्ट था कि हमसे गलती कहां हुई। बल्लेबाजी में हमने एक ही तरीके को अपनाया। जबकि आपको यहां संभलकर खेलते हुए आगे बढ़ना था। अगर आप अपनी रणनीति से भटकोगे तो फिर मुश्किल में पड़ना तय है। दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखरी। उन्होंने कहा ये कुछ ऐसा था जैसे कोई धीमी गति की कार दुर्घटनाग्रस्त होती है।
यह भी पढ़े – भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कल खेला जाएगा सेमीफाइनल, जानें कौन किस पर भारी
‘हमारा पलड़ा भारी था’
उन्होंने कहा कि दिल्ली टेस्ट में हमारा पलड़ा भारी था, अगर हम 50 रन और बनाते तो स्थिति कुछ और ही होती। हमारे कई खिलाड़ी क्रीज पर पहुंचते ही स्वीप शॉट से रन बटोरना चाहते थे। यह बहुत निराशा की बात नहीं, लेकिन बल्लेबाजी का वह डेढ़ घंटा अच्छा नहीं था। कोच ने दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में 81 रन बनाने वाले उस्मान ख्वाजा की तारीफ भी की।
यह भी पढ़े – टीम इंडिया के लिए ये खिलाड़ी बड़ा खतरा, दिग्गज ने कप्तान रोहित शर्मा को दी वॉर्निंग