आईसीसी इसलिए जल्दबाजी में
यह देखते हुए कि अधिकांश दर्शक और राजस्व बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट टीम से आता है। पीसीबी अगर हाइब्रिड मॉडल से सहमत नहीं होता है तो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर ले जाने के लिए तैयार है। बता दें कि आईसीसी को किसी इवेंट के शुरू होने से 100 दिन पहले उसका कार्यक्रम घोषित करना होता है, लेकिन बीसीसीआई और पीसीबी के बीच झगड़े के कारण वह समय सीमा पहले ही समाप्त हो चुकी है।
ICC की बैठक में PCB का समर्थन नहीं
माना जा रहा था कि आईसीसी की सदस्य देशों के साथ बैठक घंटों चलेगी लेकिन यह सिर्फ 15 मिनट में ही खत्म हो गई, क्योंकि PCB ने अपने रुख से पीछे हटने से इनकार कर दिया। बैठक में कोई भी अन्य बोर्ड उनके विरोध में शामिल नहीं हुआ, उन्होंने बीसीसीआई को अपनी मौन सहमति दी। अब माना जा रहा है कि अगर जल्दी ही कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तो टूर्नामेंट को पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर भी स्थानांतरित किया जा सकता है। भारत के फैसले से सहमत हैं सभी सदस्य!
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी के सभी सदस्य भारत के रुख से वाकिफ हैं और सरकार से मंजूरी नहीं मिलने के कारण पाकिस्तान की यात्रा न करने के उनके फैसले से सहमत हैं। इस समय अगर टूर्नामेंट पाकिस्तान से बाहर खेला जाता है और पाकिस्तान के बिना भी होता है तो आश्चर्यचकित न हों। अगर पीसीबी हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करता है तो ऐसा होने की भी पूरी संभावना है।