महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं पंड्या
फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेल रही है, जिसके बाद टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलेगी। फिर इसके बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली जाएगी। ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर खेली जाने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या का शामिल होना बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।
घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने पर मिलेगा मौका
भारत को पेस डिपार्टमेंट में कुछ अच्छे विकल्पों की आवश्यकता है। बुमराह और सिराज फिट हैं। मोहम्मद शमी के फिट होकर भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में वापसी करने की उम्मीद है। वहीं, अगर हार्दिक पंड्या फिट हो जाते हैं और घरेलू सेटअप में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें भी प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है। ऑस्ट्रेलिया में किफायती साबित हो सकते हैं पंड्या
ऑस्ट्रेलिया में मुश्किल हालात भारत के लिए काफी फायदेमंद होंगे। पिच में असमान गति और उछाल हार्दिक पंड्या के लिए कमाल कर सकते हैं, जिन्होंने खुद को भारत के व्हाइट बॉल फॉर्मेट में एक जबरदस्त पेसर के रूप में स्थापित किया है, लेकिन हार्दिक के लिए चीजें इतनी आसान नहीं होंगी। उन्होंने भारत के लिए आखिरी टेस्ट मैच 2018 में खेला था, जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया था। जिसके बाद वह चोटिल हो गए और कार्यभार प्रबंधन के कारण हार्दिक को भारत की व्हाइट बॉल सेटअप का हिस्सा बनना पसंद किया गया, लेकिन गौतम गंभीर के आने से अब चीजें काफी बदल गई हैं।
हार्दिक के साथ भारत चुन सकता है चार तेज गेंदबाजों का विकल्प
नए हेड कोच गौतम गंभीर सभी उपलब्ध विकल्पों को चाहते हैं। नतीजतन, हार्दिक पांड्या अब खुद को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए तैयार कर रहे हैं। सूर्यकुमार यादव जैसे अन्य खिलाड़ियों की तरह हार्दिक भी भारत के टेस्ट फॉर्मेट में अपना दावा पुख्ता करने के लिए रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने के इच्छुक होंगे। हार्दिक न केवल एक अच्छा बल्लेबाजी विकल्प प्रदान कर सकते हैं, बल्कि उनका गेंदबाजी कौशल टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकता है। भारत 4 तेज गेंदबाजों के विकल्प के साथ जाने का विकल्प चुनता है तो हार्दिक एक पूर्ण ऑलराउंडर के रूप में फिट हो सकते हैं। अन्यथा एक बल्लेबाज का त्याग करना होगा।