ईसीबी की यह नीति खिलाड़ियों को दो समानांतर लीग में हिस्सेदारी से रोकती है। उदाहरण के लिए, पहले खिलाड़ी अपनी टीमों के पहले इवेंट से बाहर होने के बाद दूसरे इवेंट में भाग ले सकते थे। हालाकि, अब यह संभव नहीं होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, यह दिशा-निर्देश में केवल सफेद गेंद वाले अनुबंधों को अनुमति दी गई है, जैसे साकिब महमूद को पीएसएल और इस तरह की लीग में खेलने की अनुमति है। लेकिन बोर्ड के साथ अनुबंध वाले वे खिलाड़ी जिनके पास प्रथम श्रेणी क्रिकेट शामिल है। उन्हें ऐसी लीग में भाग लेने के लिए आवश्यक एनओसी नहीं दी जाएगी। ECB ने विदेशी टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करने के लिए किसी भी घरेलू सफेद गेंद के खेल को छोड़ने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।
यह भी पढ़े: IND vs AUS: केएल राहुल की बैटिंग पोजीशन पर पुजारा ने दिया बड़ा बयान, कहा अगर रोहित ओपन करते…. ECB के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष रिचर्ड गूल्ड ने कहा कि हमारी तरफ से खिलाड़ियों और पेशेवर काउंटी टीमों को एनओसी जारी नहीं किए जाने पर स्पष्टता मिल जाएगी। इससे हम उन खिलाड़ियों को समर्थन देने के बीच सही संतुलन बना सकेंगे जो अनुभव अर्जित करने और अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं।इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर क्रिकेट की अखंडता की रक्षा भी कर सकेंगे। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि पिछले वर्ष इंग्लैंड के 74 योग्य खिलाड़ी दुनिया भर में फ्रेंचाइजी टूर्नामेंटों में शामिल हुए थे।