वापसी की खबर सुन भावुक हो गए अजिंक्य रहाणे
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए जब रहाणे को टीम में शामिल किया गया तो यह खबर सुनकर रहाणे भावुक हो गए। उनके आँखों से ख़ुशी के आंसू छलक पड़े। रहाणे ने बताया – अपने प्रोफेशनल क्रिकेटर के कैरियर में मैंने एक बात सीखी है कि यह सफर इतना आसान नहीं है। कभी-कभी जैसा आप सोचते हैं वैसा रिजल्ट मिल जाता है।लेकिन कभी-कभी आपके लाख चाहने के बाद, आपकी लाख कोशिश के बाद चीजें वैसे नहीं चलती, जैसा आपने अपने मन में तय कर लिया है और इसी वजह से रिजल्ट आने के बाद आपकी मनोस्थिति में काफी फर्क देखने को मिलता है।
रिजल्ट के पीछे नहीं बल्कि प्रोसेस से पीछे भागना जरुरी है
रहाणे ने आगे कहा जब मैं अपने कैरियर को पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे ऐसा लगता है कि मैं हमेशा रिजल्ट के पीछे भागा। जो मुझे नहीं करना चाहिए था। कभी भी रिजल्ट के पीछे नहीं भागना चाहिए। यह आपकी चैन सुकून छीन लेता है। यदि आप प्रोसेस के पीछे भागेंगे, आप प्रोसेस को रोजाना फॉलो करेंगे, तब ज्यादातर समय ऐसा होगा कि रिजल्ट आपके चाहे अनुसार मिलेगा।
इसलिए एक प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर मुझे कड़ी मेहनत करनी चाहिए और यह नहीं सोचना चाहिए था कि इसका रिजल्ट क्या होगा। मुश्किल परिस्थितियों में जब आप बल्लेबाजी करते हैं, तब आपके खेल में निखार आता है और सभी लोग प्रशंसा करते हैं। एक क्रिकेटर में उसी दिन से निखरने लगता है जब से वह कठिन परिस्थितियों में अपने एकाग्रता को भंग नहीं होने देता और डटकर गेंदबाजों का सामना करता है।
धोनी को सवाई मानसिंह में आया गुस्सा!, अंपायर्स पर आग बबूला हो फील्ड पर गए ‘कैप्टन कूल’
फाइनल में सबकुछ झोंक दूंगारहाणे बोले -अब मेरी सिलेक्शन टीम इंडिया में हो गई है, तो मैं चाहूंगा कि वहां अपना हंड्रेड परसेंट दूं और भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप दिलाने में अपना अधिकतम योगदान दे सकूं। मैं इंग्लैंड में काफी मैच खेल चुका हूं और आईपीएल के खत्म होने के बाद जो 10 दिन बचे हैं उसमें मैं वहां जाकर भरपूर प्रैक्टिस करूंगा। वहां की परिस्थितियों में खुद को धालूँगा। ताकि उस महत्वपूर्ण मैच के लिए खुद को तैयार कर सकूं।
WTC final के लिए टीम इंडिया स्क्वॉड
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएल राहुल, केएस भरत, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और जयदेव उनाद्कट।