ये उठ रहे सवाल दरअसल, 13 महीने सात दिन बाद फिर से पांच लाख के इनामी बदमाश आनंदपाल सिंह के एनकांटर का सीन रि-क्रिएट हो रहा है। इस आभासी एनकाउंटर को सीबीआई जांच के लिए री-क्रिएट किया जा रहा है। लेकिन सीबीआई की जांच के इस पहलू पर सवाल उठाए जा रहे हैं। राजपूत नेताओं का कहना है कि जिस तरह से रात के अंधेरे में एक बल्ब की रोशनी में आनंदपाल को गोली मारी गई थी ठीक उसी तरह से इसे आभासी एनकाउंटर को भी रात के अंधेरे में एक बल्ब की रोशनी में किया जाना चाहिए। लेकिन सीबीआई अपनी सुविधा के अनुसार काम कर रही है।
इस बीच सीबीआई और एफएसएल की टीम एक दिन पहले ही चूरू पहुंच चुकी है और आनंदपाल के परिजनों से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी उन्होनें लिए है। बताया जा रहा है कि इस एनकांउटर में सीबीआई एसओजी और एटीएस के अफसरों के साथ ही हरियाणा पुलिस के उन अफसरों को भी बुलाया गया है जो उस समय एनकाउंटर के समय वहां मौजूद थे।
ये होगा सीन रि-क्रिएशन में सीबीआई के डीएसपी सुनील सिंह रावत ने बताया कि सीएफएसएल टीम की ओर से गांव मालासर में आनंदपाल सिंह एनकाउंटर का सीन रि-क्रिएट करवाया जा रहा है। एनकाउंटर के समय मौजूद सभी 59 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद हैं।
इस मामले में सीएफएसएल की रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी। सीन रि-क्रियेट में एनकाउंटर के समय मौजूद पुलिस अधिकारी व कर्मचारी कहां किस पोजीशन में खड़ा था, किसने कितने फायर कहां किए। रावत ने बताया कि सीन रि-क्रिएट में लगभग तीन-चार घंटे लगेंगे। इस दौरान सीबीआई टीम के सदस्य, दिल्ली से आईसीएफएसएल टीम के सदस्य आदि मौजूद रहेंगे।
सीबीआई को देंगे अहम सबूत आनंदपाल सिंह एनकाउंटर की सीबीआई जांच मामले में आज उस समय नया मोड़ आ गया। जब आनंदपाल सिंह की पत्नी राजकंवर हाइकोर्ट के एक निर्णय के साथ चूरू पहुंची। प्रेसवार्ता में राजकंवर के साथ उनके अधिवक्ता भी मौजूद रहे।