कस्वां ने न तो भाजपा छोड़ने की बात कही और न ही कांग्रेस में जाने का संकेत दिया। हालांकि यह कह कर लोगों को चौंका दिया कि …जो पकड़ा है जनता का हाथ अब नहीं छोड़ेंगे उनका साथ…। कस्वां ने जनता से दो दिन का समय मांगा और कहा यह चुनाव कस्वां का नहीं चूरू की जनता का है।
कस्वां ने भाजपा के किसी नेता का नाम लिए बगैर कहा कि मैं सोचता था, पार्टी किसी व्यक्ति की नहीं, समूह की होती है। Òजयचंदों के बीच रहने वाले जयचंद, अब जयचंदों की बात करते हैं।Ó लोग इसे विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजेन्द्र राठौड़ की ओर से चूरू की सभा में दिए बयान से जोड़कर देख रहे हैं।