जिले में बाहरी शौच मुक्त 15 और ग्राम पंचायतों में कुछ दिन बाद गंदगी नहीं दिखेगी। मॉडल गांवों की तर्ज पर यहां भी साफ-सफाई और कचरा निस्पादन होगा। सुनियोजित कचरा निस्तारण के लिए अब उक्त ग्राम पंचायतों में 40-40 लाख से अधिक रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके लिए वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी गई है। उक्त कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजना के कन्वर्जेंस से ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के तहत किए जाएंगे। उक्त ग्राम पंचायतों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए कुल 615.97 लाख रुपए खर्च किए जाने की योजना है।
यह कार्य होंगे चयनित सभी ग्राम पंचायतों में कचरा संग्रहण केन्द्र प्रथम, प्लास्टिक के 60 कचरा पात्र, लोहे के 10 कचरा पात्र, दो ट्राईसाइकिल, पांच हाथ ठेला, एक कटर मशीन, 50 सोखता गढ्ढा व्यक्तिगत, 20 सोख गड्ढा सार्वजनिक मय पाइप, 50 सुरक्षा किट, आईईसी व अन्य, पांच कचरा संग्रहण गढ्ढ़ा व नाली एवं नाला निर्माण के काम किए जाएंगे। इस पर पर 40 लाख से अधिक रुपए खर्च होंगे।
40 और ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव भेजे स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक श्यामलाल पारीक ने बताया कि जिले में पहले से 38 ग्राम पंचायतों में उक्त योजना के तहत काम चल रहे हैं। 15 की और स्वीकृति मिली है। इसके अलावा 40 ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव स्वीकृति के लिएभेजे जा चुके हैं। शेष ग्राम पंचायतों की डीपीआर तैयार कराने की प्रक्रिया चल रही है।
जानिए किस ग्राम पंचायत में कितने रुपए खर्च होंगे
ग्राम पंचायत———– राशि
मूंदीताल ———–41.75
बैरासर छोटा —— 40.52
कुसुमदेसर ——- 40.17
बीरमसर ——– 40.00
ढाढर ——- 40.39
मालासी ——— 40.95
आबसर —— 39.50
रणधीसर ——- 41.00
कीकासर ——- 40.20
राजासर बीकान — 41.30
शिमला ——- 41.84
राजपुरा —— 41.42
मिखाला —– 40.10
तारानगर —– 41.00
घांघू ——— 45.83
ग्राम पंचायत———– राशि
मूंदीताल ———–41.75
बैरासर छोटा —— 40.52
कुसुमदेसर ——- 40.17
बीरमसर ——– 40.00
ढाढर ——- 40.39
मालासी ——— 40.95
आबसर —— 39.50
रणधीसर ——- 41.00
कीकासर ——- 40.20
राजासर बीकान — 41.30
शिमला ——- 41.84
राजपुरा —— 41.42
मिखाला —– 40.10
तारानगर —– 41.00
घांघू ——— 45.83
”ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए गांव घांघू का चयन हुआ है। सरकार ने स्वीकृति दे दी है। अब गांव की स्वच्छता में चार-चांद लगाने में मदद मिलेगी। जल्द ही इसके तहत काम शुरू करवाए जाएंगे।”
जयप्रकाश शर्मा, सरपंच, घांघू
”स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में सराहनीय कार्य किए गए हैं। ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के लिए १५ ग्राम पंचायतों में भी काम जल्द ही शुरू होंगे। उनके द्वारा गांवों के विकास की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।”
हरलाल सहारण, जिला प्रमुख, चूरू
हरलाल सहारण, जिला प्रमुख, चूरू