आठ दिन बाद दर्ज हुआ मामला ( Churu Gang Rape Case )
पुलिस थाने में महिला के साथ बर्बरता से मारपीट व सामूहिक बलात्कार करने के मामले में आठ दिन बाद सरदारशहर थाने में तत्कालीन थानाधिकारी रणवीरसिंह सांई व पुलिसकर्मियों पर मारपीट व एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। ये वही थानाधिकारी हंै जो अपने अधिकारियों से लेकर मीडिया को गुमराह करते रहे कि उक्त महिला को उसने नहीं उठाया और न ही कोई पूछताछ की।
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इस तरह ढहाया जुल्म
पीडि़ता ने बताया कि तीन जुलाई की शाम पांच बजे मेरे पति व बच्चे खेत में गए थे। मैं घर पर अकेली थी। तभी चार-पांच पुलिसवाले निजी गाड़ी से आए और मुझे थाने ले गए और कमरे में बंद कर दिया। वे मेरे देवर को तीन-चार दिन पहले चोरी के आरोप में ले गए थे। कुछ देर बाद कमरे में गीता कांस्टेबल सहित 4-5 पुलिसवाले आए और मुझे एक घंटे तक पट्टों से पीटते रहे।
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पास के कमरे में देवर से भी मारपीट की। फिर 5-6 पुलिस वाले आकर बैठ गए। गीता की ड्यूटी खत्म हो गई थी। महिला सिपाही रूपा को बुलाया। जबरन मेरे कपड़े उतरवाए और मुझसे गंदा काम करने के लिए कहा। मना किया तो सभी ने बलात्कार किया। वे पांच-छह थे। मैं रणवीरसिंह सीआइ का नाम ही जानती हूं। चार जुलाई को सुबह 10-11 बजे मुझे लाठी से पीटा और प्लास से पैर व हाथ के नाखून निकाल लिए। पिटाई के बाद रूपा ने मुझे खाना खिलाया। फिर सबने देवर की पिटाई की। पूरे दिन ऑफिस में बैठाए रखा।