गांव मालासर में करीब 401 दिन पहले अमावस्या की रात एसओजी, राजस्थान व हरियाणा पुलिस ने प्रदेश के मोस्ट वांटेड आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर किया था। उक्त मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई के डीएसपी सुनील सिंह रावत ने बताया कि सीएफएसएल टीम की ओर से मंगलवार को गांव मालासर में आनंदपाल सिंह एनकाउंटर का सीन रि-क्रिएट करवाया जाएगा। एनकाउंटर के समय मौजूद सभी 59 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद होंगे। सीन क्रिएट को लेकर पुलिसकर्मियों चर्चा का विषय बन गई है।
इस मामले में सीएफएसएल की रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी। सीन रि-क्रियेट में एनकाउंटर के समय मौजूद पुलिस अधिकारी व कर्मचारी कहां किस पोजीशन में खड़ा था, किसने कितने फायर कहां किए। रावत ने बताया कि सुबह करीब 10-11 बजे सीन रि-क्रिएट किया जाएगा। लगभग तीन-चार घंटे लगेंगे। इस दौरान सीबीआई टीम के सदस्य, दिल्ली से आईसीएफएसएल टीम के सदस्य आदि मौजूद रहेंगे।
सीबीआई को देंगे अहम सबूत
चूरू. आनंदपाल सिंह एनकाउंटर की सीबीआई जांच मामले में आज उस समय नया मोड़ आ गया। जब आनंदपाल सिंह की पत्नी राजकंवर हाइकोर्ट के एक निर्णय के साथ चूरू पहुंची। प्रेसवार्ता में राजकंवर के साथ उनके अधिवक्ता भी मौजूद रहे।
पे्रसवार्ता में राजकंवर की मौजूदगी में उनके अधिवक्ता नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि उनकी ओर से हाइकोर्ट के निर्णय के हवाले से सीबीआई को मामले से जुड़े कुछ अहम सबूत पेश किए जांएगे। एडवोकेट राठौड़ ने बताया कि जांच एजेंसियों को पहले भी एनकाउंटर को फर्जी साबित करने वाले सबूत पेश किए गए थे। मगर उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए पीडि़त राज कंवर की ओर से हाइकोर्ट में परिवाद पेश किया गया था, जिसका निस्तारण करते हुए हाइकोर्ट ने आदेश दिया कि पीडि़ता के पास जो भी सबूत हैं। उन्हें वे जांच एजेंसी के सुपुर्द कर सकती हैं, यदि फिर भी उन्हें संतुष्टि नहीं मिले तो हाइकोर्ट का दरवाजा खुला है।