चित्तौड़गढ़

शनिदेव की बदलेगी चाल, इंद्रदेव रहेंगे मेहरबान, होगी जमकर बारिश

ज्योतिषविदों के मुताबिक न्याय के देवता शनिदेव दो दिन बाद अपनी चाल में बदलाव करेंगे, यानी वे उल्टी चाल चलेंगे। इससे मौसम में मेघ गर्जना के साथ ही इंद्रदेव मेहरबान होंगे।

चित्तौड़गढ़Jun 28, 2024 / 07:38 pm

Omprakash Dhaka

चित्तौड़गढ़। आगामी आठ-दस दिन ग्रह चाल के लिहाज से काफी अहम होंगे। इस दौरान आकाशीय मंडल के बड़े ग्रहों के राशि परिवर्तन से अलग-अलग राशि के जातकों के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव देखने को मिलेगा। ज्योतिषविदों के मुताबिक न्याय के देवता शनिदेव दो दिन बाद अपनी चाल में बदलाव करेंगे, यानी वे उल्टी चाल चलेंगे। इससे मौसम में मेघ गर्जना के साथ ही इंद्रदेव मेहरबान होंगे। आमजन को गर्मी से राहत मिलेगी। इसके साथ ही महंगाई भी कम होगी। हालांकि, कुछ राशि के जातकों को सकारात्मक परिणाम कम मिलेंगे। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक वर्तमान में शनिदेव कुंभ राशि में हैं और वे इस राशि में 29 जून को देर रात 12:40 बजे वक्री होंगे। 15 नवंबर तक शनिदेव इसी अवस्था में रहेंगे।

बुध ग्रह भी बदलेंगे राशि

सौर मंडल के राजकुमार बुध ग्रह भी 29 जून को दोपहर 12:27 बजे मिथुन राशि से निकल कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। कर्क जल तत्व राशि कहलाती है। इससे ग्रहों के राशि परिवर्तन से वर्षा में श्रेष्ठता आती है। सुख-समृद्धि कारक ग्रह शुक्र भी सात जुलाई को सुबह 4:31 बजे कर्क राशि में प्रवेश करेंगेे। इससे एक राशि में बुध और शुक्र ग्रह रहेंगे। इसी दिन शुक्र ग्रह पूर्व दिशा में उदय होंगे। इससे प्रजा में सुख-समृद्धि और वैभव की वृद्धि होगी। दस जुलाई को शुक्र का बालत्व दोष समाप्त होने के साथ ही मांगलिक और शुभ कार्यों की शुरुआत होगी। मानसून भी बेहतर रहेगा। मेघ महोदय ग्रंथ के अनुसार रोहिणी का निवास तट पर है। यह संयोग पृथ्वी तत्व राशियों में बनने से भूमि क्षेत्र के लिए सुख वृद्धि कारक है, इसलिए मानसूनी बारिश इसमें बड़ी सहायक होगी।

राशियों पर यह रहेगा असर

मेष: पारिवारिक सुख के साथ वैभव में वृद्धि

वृषभ: मान-समान में वृद्धि और भाइयों से सुख मिलेगा

मिथुन: आर्थिक परियोजनाओं में विशेष लाभ

कर्क: मनोबल ऊंचा होने से अधूरे कार्य पूरे होंगेे
सिंह: भाग-दौड़ की अधिकता के साथ खर्च में बढ़ोतरी

कन्या: आर्थिक परियोजनाओं से लाभ

तुला: उच्चाधिकारियों के सहयोग से अधूरे कार्य बनेंगे

वृश्चिक: भाग्य के सहारे कुछ काम बनेंगे, भाग-दौड़ की अधिकता रहेगी
धनु: यात्रा से कष्ट और भाइयों से विरोध

मकर: गृहस्थ सुख में श्रेष्ठता, धन व्यय अधिक होगा

कुंभ: क्रोध से कुछ काम रुकने के आसार

मीन: व्यर्थ के खर्च से बचें, संतान सुख में वृद्धि।

शुक्र और बुध का संयोग

ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि शुक्र और बुध का यह संयोग आगामी मानसून के लिए उच्च फलदायी रहेगा। शुक्र रसों के संवर्धन में मूल भूमिका निभाते हैं, ऐसे में वर्षा ऋतु में मानसून के दौरान दक्षिणी राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश होने के आसार हैं। वहीं, पूर्वी राजस्थान में भी अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं।
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