ये होगा फायदा
प्रदेश में 194872 किसान 31 मार्च तक खरीफ सीजन का बकाया लोन नहीं चुका पाए थे। इससे ये किसान नए ब्याजमुक्त लोन के लिए डिफॉल्टर हो गए थे। तिथि बढऩे से ये किसान सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। उन्हें ब्याज व दंडनीय ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
सबसे ज्यादा बकाया इन जिलों के किसानों पर
समय पर लोन नहीं चुकाने वाले डिफाल्टर किसानों की सबसे ज्यादा संख्या में बाड़मेर, नागौर व जैसलमेर क्रमश: पहले, दूसरे व तीसरे पायदान पर हैं। वहीं, बकाया राशि के हिसाब से चित्तौडग़ढ़ प्रदेश में 13वें स्थान पर है। यहां 3377 किसानों पर 10.58 करोड़ रुपए का ऋण बकाया चल रहा है।
किसानों को फायदा
डिफाल्टर हुए किसानों को मूलधन व ब्याज राशि चुकानी थी। यह राशि चुकता होने के बाद ही किसानों को खरीफ का ब्याजमुक्त लोन मिलता। अब तिथि बढऩे से किसानों को केवल मूलधन ही चुकाना होगा।-अनिलेश पुरोहित, प्रबंध निदेशक, चित्तौड़गढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक