अब शेष नोटों की गिनती कल 9 मई को होगी क्योंकि 8 मई को अमावस्या होने के कारण मंदिर में भक्तों की भीड़ ज्यादा रहती है ऐसे में नोटों की गिनती नहीं हो पाती। अब 9 मई को चढ़ावे में निकले नोटों के अलवा सोने-चांदी और ऑनलाईन चढ़ावे की गिनती भी होगी।
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर चित्तौड़गढ़ के प्रसिद्ध मंदिर श्री श्रीसांवलिया सेठ का भंडार खोला जाता है और मन्दिर मण्डल मण्डफिया के CEO और अध्यक्ष की मौजूदगी में भंडार खोलकर गिनती की जाती है।
विदेशों तक है मान्यता
लोगों की सांवलिया सेठ को लेकर मान्यता है कि जितना वे यहां चढ़ावा चढ़ाएंगे सेठ उनके खजाने को उतना ज्यादा भरेंगा। ऐसे में कई लोगों ने अपने खेती से लेकर बिजनेस और सैलेरी में से अलग हिस्सा रखते हैं। ये लोग हर महीने मंदिर आते हैं और चढावा चढ़ाते है। इसके साथ ही विदेश में भी काफी मान्यता है यहां एनआरआई भक्त आते हैं और विदेशी मुद्रा चढ़ाकर जाते हैं। यहां भारतीय रुपए के साथ अमरीकी डॉलर, पाउण्ड, रियॉल, दिनार और नाईजीरिया नीरा के जैसे कई मुद्रा मंदिर के भंडारे में आते है।