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चित्रकूट में गणेश बाग का है एक अलग महत्व,जाने इसके पीछे का इतिहास

बुदेलखंड के चित्रकूट में बने गणेश बाग का नाम मराठा राजाओं ने रखा था। गणेश राजाओं के उपासक थे और अपने उपासक के नाम से चित्रकूट में गणेश बाग नाम रखना उचित समझा जिससे यादें बरकार रहे।
 

चित्रकूटJul 30, 2023 / 10:23 am

Vikash Kumar

चित्रकूट में गणेश बाग का है एक अलग महत्व,जाने इसके पीछे का इतिहास

बता दे की चित्रकूट में गणेश बाग के चारों तरफ रखवाली के लिए बाउंड्री वाल का इंतजाम किया गया है। गणेश बाग चित्रकूट की सबसे खूबसूरत जगह भी है।जहां हर वर्ष हजारों की संख्या में अंग्रेज पर्यटक आते हैं।गणेश बाग चित्रकूट का सबसे खूबसूरत जगह है। इस गणेश बाग में बड़ा सा तालाब राजाओं द्वारा बनाया गया था. बावली और कुआं कई ऐसी चीजें हैं जो आज भी देखने के लायक है।
चित्रकूट के इतिहासकार अनुज बताते हैं कि पूरे बुंदेलखंड में ऐसी जगह शायद देखने के लिए नहीं मिलेगी. मराठा कालीन राजाओं ने गणेश बाग का निर्माण कराया था. राजा विनायक राव पेशवा ने इसलिए निर्माण कराया था कि ताकि यहां के किसानों के लिए फसल की सिंचाई और तालाब में नहाने के लिए और घूमने के लिए सबसे बेहतरीन बाग तैयार कराया था. पुरातत्व विभाग आज इसे अपने कब्जे में ले तो लिया. लेकिन इसकी देखभाल सही तरीके से नहीं कर रहा है. आज गणेश बाग खंडहर की स्थिति में पहुंच रहा है.
चित्रकूट के इतिहासकार गुंजन मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि चित्रकूट के गणेश बाग में हर वर्ष स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड, अमेरिका जैसे कई विदेशी पर्यटक गणेश बाग को देखने के लिए आते हैं। और यहां मराठा कालीन की कई ऐसी चीजें हैं,जो शायद आज पूरे भारत में आपको देखने के लिए नहीं मिलेगी. गणेश बाग में जो नक्काशी की गई। वह पूरी तरीके से महाराष्ट्र के सबसे प्रिय गणेश भगवान को लेकर नक्काशी अधिक दिखाई गई है।
जानकारी के लिए बता दे ii महाराष्ट्र में गणेश जी की पूजा अधिक की जाती है। इसलिए खास तरीके से गणेश बाग में आज भी कई गणेश की मूर्ति सहित अन्य चीजे उपल्ब्ध है। यहां बावली और कुआं जो स्थापित है। वहां आज भी 7 मंजिल नीचे पानी देखा जा सकता है। ऐसे में इस जगह का महत्वपूर्ण चित्रकूट नहीं पूरे भारत में खास माना जाता है। इसलिए पर्यटकों का यहां पर जमवाड़ा लगा रहता है। और लोग इसको घूमने के लिए दूर-दूर से भी आते हैं।

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