कलेक्टर व कमिश्नर ने दिखाई सक्रियता
सीवरेज प्रोजेक्ट को पूरा कराने में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और निगम कमिश्नर सीपी राय का अहम रोल रहा। उनके मार्गदर्शन में एमपी अर्बन कंपनी, नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने बेहतर कार्य किया और इस प्रोजेक्ट को पूरा कराया।
सीवरेज प्रोजेक्ट को पूरा कराने में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और निगम कमिश्नर सीपी राय का अहम रोल रहा। उनके मार्गदर्शन में एमपी अर्बन कंपनी, नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने बेहतर कार्य किया और इस प्रोजेक्ट को पूरा कराया।
पहले कोलाढाना फिर सर्रा प्लांट में आएगा कचरा
एमपी अर्बन कंपनी के इंजीनियरों के अनुसार शहरी कनेक्शन से पाइप लाइन के माध्यम से कचरा पहले कोलाढाना पंपिंग स्टेशन तक आएगा। 20 एमएम तक कचरा स्क्रीनिंग से बाहर होगा। फिर 6 एमएम का कचरा 2.5 किमी आगे पाइप लाइन से सर्रा ट्रीटमेंट प्लांट जाएगा।यहां कचरे की स्क्रीनिंग होगी। उसे रिमूव किया जाएगा। फिर निस्तारी पानी अलग-अलग कंपोनेट में जाएगा। वहां से पानी एसबीआर बेसिन टेंक में पानी डालेंगे। प्रोसेस कर टंैक भरे जाएंगे। फिर सीलिंग, सैटरिंग और एरीएशन होगा। साफ पानी फ्लोरिंग टैंक में जाएगा। उसमें क्लोरिंग सामान मिलाएंगे। फिर ट्रीटमेंट पानी को सिंचाई, फायर फाइटिंग और आसपास के किसानों को खेती के लिए देंगे। शहर में सेप्टिग टैंक खाली कराने का झंझट नहीं रहेगा। लोग बीमारियों से मुक्त हो जाएंगे।
एमपी अर्बन कंपनी के इंजीनियरों के अनुसार शहरी कनेक्शन से पाइप लाइन के माध्यम से कचरा पहले कोलाढाना पंपिंग स्टेशन तक आएगा। 20 एमएम तक कचरा स्क्रीनिंग से बाहर होगा। फिर 6 एमएम का कचरा 2.5 किमी आगे पाइप लाइन से सर्रा ट्रीटमेंट प्लांट जाएगा।यहां कचरे की स्क्रीनिंग होगी। उसे रिमूव किया जाएगा। फिर निस्तारी पानी अलग-अलग कंपोनेट में जाएगा। वहां से पानी एसबीआर बेसिन टेंक में पानी डालेंगे। प्रोसेस कर टंैक भरे जाएंगे। फिर सीलिंग, सैटरिंग और एरीएशन होगा। साफ पानी फ्लोरिंग टैंक में जाएगा। उसमें क्लोरिंग सामान मिलाएंगे। फिर ट्रीटमेंट पानी को सिंचाई, फायर फाइटिंग और आसपास के किसानों को खेती के लिए देंगे। शहर में सेप्टिग टैंक खाली कराने का झंझट नहीं रहेगा। लोग बीमारियों से मुक्त हो जाएंगे।