जानकारी के मुताबिक, शिक्षक बलिराम भारती को अपने पीएफ अकाउंट से 8 लाख 85 हजार रुपये निकालने थे। जिसकी एवज में क्लर्क सतीश तिवारी ने उससे 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद 28 हजार रुपए में बात तय हुई थी। जिसके 10 हजार रुपए देने शिक्षक बाबू के ऑफिस गया था।
10 हजार की रिश्वत लेते बाबू पकड़ाया
जैसे ही शिक्षक ने 10 हजार रुपए बाबू को दिए। तुरंत ही लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। इस पूरे मामले पर पुलिस लोकायुक्त जबलपुर के डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि आरोपी सतीश तिवारी सहायक ग्रेड-3 कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी तमिया जिल छिंदवाड़ा में पदस्थ है। आवेदक बलिराम भारती की शिकायत पर शुक्रवार को ट्रैप करके 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।