सीएम रहते पहली किश्त में कर्जा माफ किया
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री रहते पहली किश्त में 80 हजार का कर्जा माफ किया। दूसरी किश्त शुरू थी, लेकिन तब सरकार गिर गई। मैं चाहता था कि किसानों के साथ न्याय हो उनके सही दाम मिले। जब मैं कपड़ा मंत्री था तो किसानों को सही दाम दिलाने के लिए कपास का दाम मैंने बढ़ा दिया। ताकि किसानों को भटाकना न पड़े।
कमलनाथ का कहना है कि मैं फर्जी, घोषणाएं, गांरटी, वारंटी और झूठ बोलने पर विश्वास नहीं करता। मैं तो पक्का वचन देता हूं और उसे पूरा भी करता हूं। मैं चुनाव से पहले आकर वोट मांगने वाला नेता नहीं हूं बल्कि आपके परिवार का सदस्य हूं। मैंने 44 साल की जवानी को छिंदवाड़ा में समर्पित कर दी। मैंने अपना स्वास्थ्य नहीं देखा, परिवार नहीं देखा सिर्फ छिंदवाड़ा देखा और यहां के विकास को प्राथमिकता दी। मेरा नाम शराब, ठेकेदार और रेत से नहीं जुड़ा। इसलिए मैं कहता हूं कि मैंने अपने जिले का नाम ऊंचा रखा है और आगे भी रहूंगा। अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है जिसे हम मिलकर पूरा करेंगे, लेकिन कभी हमारे जिले की बागडोर ऐसे हाथों में नहीं जाने देंगे। जिससे की आने वाली पीढ़ी का भविष्य खतरे में पड़ जाए। विकास के कार्य तो आप सभी के सामने हुए हैं, किसी से छिपे नहीं है। यहां उपस्थित बुजुर्ग इस बात के गवाह है कि किस तरह हम आगे बढ़ें है।