तीसरे राउंड का आंकड़ा
पूरे संसदीय क्षेत्र के 16.32 लाख मतदाताओं में से 13.03 लाख वोटर्स ने मतदान किया था। मतदान प्रतिशत 79.83 प्रतिशत रहा था। मंगलवार सुबह 8 बजे से ही पीजी कॉलेज में इन वोटों की गिनती शुरू हो गई है। तीसरे राउण्ड में 2.72 लाख वोटों की गिनती में नकुल को 103094 वोट तथा बंटी साहू को 135191 वोट मिले।
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नकुल के प्रति नाराजगी, हजारों नेताओं ने छोड़ी थी कांग्रेस
भाजपा के आगे निकलने का एक कारण नकुलनाथ के प्रति नाराजगी सामने आई है। उनके व्यवहार की वजह से पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, उनके पुत्र अजय सक्सेना, अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह, महापौर विक्रम अहके, नगर निगम के 9 पार्षद व सभापति, पांढुर्ना नगरपालिका अध्यक्ष संदीप घाटोड़े, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना, चौरई के पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह, चांद क्षेत्र के क्षत्रप बंटी पटेल समेत एक हजार से अधिक कांग्रेस पदाधिकारियों ने चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने आम जनता में नकुल के व्यवहार को लेकर प्रचार-प्रसार भी किया।
भाजपा की जीत की ये वजह भी
भाजपा की जीत की वजह लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी की आक्रामक प्रचार नीति बताई गई है। चुनाव प्रचार के दौरान आठ बार सीएम डॉ. मोहन यादव ने रोड शो-रैली की। गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत अन्य नेताओं की सभा हुई। राम मंदिर, धारा 370 की समाप्ति का मुद्दा छाया रहा। मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने में भाजपा आगे रही।
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चुनाव में कमलनाथ का नहीं चला जादू
देखा जाए तो इस लोकसभा चुनाव में कमलनाथ का जादू नहीं चला। संसदीय क्षेत्र में अब तक पिछले 45 साल से कमलनाथ और उनके परिवार का कब्जा रहा। इससे छिंदवाड़ा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा। केवल वर्ष 1997 में भाजपा के सुंदरलाल पटवा ने जीत हासिल की थी। ये दूसरी बार है जब भाजपा के बंटी साहू इस संसदीय सीट से इतिहास बनाने जा रहे हैं।