गौरतलब है कि, कमलेश शाह हर्रई जागीर के राज घराने से आते हैं। वो साल 2013 से अमरवाड़ा के विधायक रहे। अमरवाड़ा विधानसभा छिंदवाड़ा जिले का आदिवासी बाहुल्य इलाका है। ये विधानसभा सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। राजवंश का होने के कारण कमलेश शाह को यहां से खासा समर्थन मिलता है। यही कारण है कि वे साल 2013 से लगातार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। साल 2023 के विधानसभा चुनाव मे कमलेश शाह 25,000 से ज्यादा मतों से जीते थे। अगर वे ये उपचुनाव जीत लेते हैं तो मोहन सरकार उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है।
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गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का उम्मीदवार भी मैदान में
भाजपा के साथ साथ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने देवरावेन भलावी को प्रत्याशी घोषित किया है। देवरावेन ने इस साल लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। उन्हें इस चुनाव में 50 हजार वोट मिले थे। यह राजनीतिक दल मनमोहन शाह बट्टी ने बनाया था। स्व. मनमोहन शाह बट्टी अमरवाड़ा से विधायक भी थे। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में जहां स्व. मनमोहन शाह की बेटी मोनिका बट्टी ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था तो वहीं गोंडवाना से देव रावेंद्र भलावी ने चुनाव लड़ा और 20 हजार के करीब वोट हासिल किए। 2024 लोकसभा चुनाव में भी गोंडवाना पार्टी को पूरे जिले से 50 हजार से ज्यादा वोट मिले थे।तो इसलिए पूरे देश की है इस सीट पर नजर
अमरवाड़ा विधानसभा सीट पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के अंतर्गत आता है। इसलिए यहां होने वाले उपचुनाव पर प्रदेश भर की निगाहें हैं। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कई संभावित दावेदारों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से एक उम्मीदवार प्रबल दावेदार माना जा रहा है। यह भी पढ़ें- अब तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा पकड़ाया, सट्टा किंग खोलेगा कई चौंकाने वाले नाम