छतरपुर. रेप पीडि़ता नाबालिग के घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले इनामी बदमाश ने मंगलवार की सुबह 10 बजे खुद को कनपटी में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। आरोपी ने सिविल लाइन थाना के पुछी गांव के समीप पहाड़ी के पास गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हालांकि मौत के पहले उसने पुलिस पर दो राउंड फायर किए और फिर खुद को गोली मार ली।
आत्महत्या से एक घंटे पहले शेयर की सरेंडर की पोस्ट
आरोपी भोला अहिरवार (24) ने सोमवार को रेप पीडि़ता के घर में घुसकर पीडि़ता के साथ ही तीन लोगों को गोली मार दी थी। वहीं सुसाइड से एक घंटे पहले सुबह 9 बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सरेंडर की एक पोस्ट भी शेयर की। इस पोस्ट में उसने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भोला ने पोस्ट में लिखा है कि उसने रेप नहीं किया है। पुलिस ने उसके खिलाफ पैसे लेकर केस दर्ज किया है। 20 हजार के इनामी भोला अहिरवार ने पोस्ट में यह भी लिखा कि उस पते पर आकर उसे पकड़ लो। लेकिन जब पुलिस पहुंची तो आरोपी ने उन पर दो राउंड फायर कर दिया और पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 4 राउंड फायर किए। जिसके बाद खुद को फंसा देखकर आरोपी ने एक चट्टान पर खड़े होकर कट्टे से अपनी कनपटी में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आरोपी की खुदकुशी से हडक़ंप मच गया है। एसपी अगम जैन सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे और बाद में आईजी सागर प्रमोद वर्मा भी मौके पर पहुंचे।
दो माह पहले दर्ज हुआ था रेप का केस, हत्या के बाद 20 हजार का इनाम
छतरपुर के सिविल लाइन थाने में दो माह पहले भोला अहिरवार (24) पर नाबालिग से रेप का केस दर्ज था। केस वापस लेने का दबाव बनाने आरोपी सोमवार 7 अक्टूबर की सुबह 9 बजे घर पहुंचा और पीडि़ता को गोली मार दी। उसके दादा को भी दो गोली मारी, जिससे उनकी मौत हो गई। वापस जाते समय नाबालिग के चाचा को गोली मार दी। जो गंभीर हालत में ग्वालियर में भर्ती हैं। घटना के बाद से आरोपी फरार था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन किया, जो जगह जगह छापेमारी कर रही थी। वहीं, डीआईजी ने फरार आरोपी पर 20 हजार का इनाम भी सोमवार को ही घोषित कर दिया था।
इनका कहना है
पुलिस टीम आरोपी की तलाश कर रही थी। उसकी लोकेशन की जानकारी मिल गई थी। सोशल मीडिया पर आरोपी की पोस्ट के समय पुलिस आसपास ही थी। उसने पुलिस को देखकर दो राउंड फायर किए। पुलिस ने भी चार गोली चलाई। जिसके बाद खुद को फंसा देखकर आरोपी ने कनपटी में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
प्रमोद वर्मा, आईजी सागर