20 नवंबर से शुरू सभी जगह बनाई व्यवस्था
उल्लेखनीय है की रेलवे बोर्ड द्वारा मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर लक्ष्य तिथि 20 नवंबर 2024 तक कोडेड डिवाइस संस्थापित किए जाने के निर्देश दिए गए थे, जिसके अनुपालन में मंडल द्वारा तय समय सीमा के अंतर्गत कार्य पूर्ण करते हुए सम्बंधित सभी स्टेशनों पर कोडेड डिवाइस संचालित कराई गई हैं। इसी क्रम में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंडल के सभी वाणिज्य इकाइयों पर भी क्यूआर कोडेड डिवाइस संस्थापित की गई हैं।
इधर, 1 किलोमीटर लंबा रैक प्वाइंट
शहर के रेलवे स्टेशन पर रैक प्वाइंट बन गया है। 20 मीटर चौड़ा और एक किलोमीटर लंबा रैक प्वाइंट बनने से अब हरपालपुर रैक प्वाइंट की दौड़ नहीं लगानी होगी। वहीं, खाद, अनाज भी छतरपुर से भेजा व मंगवाया जा सकेगा। अभी तक इसके लिए हरपालपुर जाना पड़ता था। सामग्री को हरपालपुर से छतरपुर तक लाने के लिए ट्रकों का इंतजाम करना पड़ता था। इससे समय और धन दोनों खर्च होता था, अब वहीं माल सीधे तौर पर छतरपुर आएगा। वहीं किसानों को भी खाद्य सामग्री भेजने में सहूलियत होगी।
छतरपुर में भी खुलेगा पार्सल ऑफिस
रैक प्वाइंट बनने से मालगाडिय़ों की संख्या में भी इजाफा होगा। रैक प्वॉइंट बनने से सीमेंट, कोयला, गेहूं और अन्य सामग्री आसानी से आ सकेगी। अभी तक हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर यह माल आता थ। इससे व्यापारियों के काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। छतरपुर रेलवे स्टेशन पर पहले की तुलना में सुविधाओं का विस्तार तेजी से हुआ है। पार्सल ऑफिस भी प्रस्तावित है। वर्तमान में यदि किसी व्यक्ति को पार्सल बुक कराना होता है, तो उसे खजुराहो रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है। छतरपुर से खजुराहो की दूरी ट्रेन से 41 किलोमीटर है, जबकि सडक़ मार्ग से 45 किलोमीटर है। ऐसे में रेलवे की पार्सल बुक कराने के लिए लोगों के समय और धन का अपव्यय होता है।