छतरपुर

मानसून की देरी का असर, खरीफ की बोबनी का रकवा 17 हजार हेक्टेयर घटा

मानसून देरी का असर लक्ष्य पर पड़ा है, जिसके चलते पिछले वर्ष के लक्ष्य 4 लाख 25 हजार हेक्टेयर से घटकर इस बार लक्ष्य 4 लाख 8 हजार हेक्टेयर रह गया है। जबकि दो साल पहल लक्ष्य 4 लाख 63 हजार हेक्टेयर था, जो पिछले साल 37 हजार हेक्टेयर से घटाकर 4 लाख 25 हजार हेक्टेयर किया गया।

छतरपुरJun 28, 2024 / 10:53 am

Dharmendra Singh

बोबनी करता किसान

छतरपुर. मानसून की देरी के चलते इस बार खरीफ बोबनी का लक्ष्य पिछले साल से 17 हजार हेक्टेयर घट गया है। 22 जून को मानसून आने की तिथि की तुलना में जिले में 26 जून को मानसून आया। मानसून देरी का असर लक्ष्य पर पड़ा है, जिसके चलते पिछले वर्ष के लक्ष्य 4 लाख 25 हजार हेक्टेयर से घटकर इस बार लक्ष्य 4 लाख 8 हजार हेक्टेयर रह गया है। जबकि दो साल पहल लक्ष्य 4 लाख 63 हजार हेक्टेयर था, जो पिछले साल 37 हजार हेक्टेयर से घटाकर 4 लाख 25 हजार हेक्टेयर किया गया। हालांकि इस बार मोटे अनाज की बोबनी का रकवा बढ़ा है।

7 जुलाई तक अनुकूल समय


कृषि वैज्ञानिक डॉ. कमलेश अहिरवार ने बताया कि सोयाबीन, मूंगफली और उड़द की फसल की बोबनी के लिए 15 जून से 7 जुलाई तक का समय अनुकूल है. इस अवधि में आवश्यक रूप से इन फसलों की बोवनी हो जाना चाहिए। हालांकि अभी बोबनी के लिए मौसम पूरी तरह से अनुकूल है, मौसम खुलते ही किसान उक्त फसलों की बोवनी करें। अन्य फसले 15 जुलाई तक बोई जा सकती है।

80 हजार क्विंटल बीज लगेगा


जिले के 2 लाख 78 हजार किसान 4 लाख 8 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ सीजन में सोयाबीन मूंगफल, उड़द और तिल फसल की बोचनी करते हैं। जिसके लिए उन्हें 80 हजार क्विंटल बीज की जरूरत पड़ती है। जिले में कृषि विभाग द्वारा 8 हजार क्विंटल बीज वितरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। उक्त लक्ष्य के अनुसार विभाग को 6 हजार विवंटल की उपलब्धता हुई। शेष बीज की पूर्ति कृषि विभाग द्वारा बीज निगम व एनएससी से कराई जा रही है।

मौसम खुलने से बोबनी शुरु


इमलिया गांव के किसान राजेश मिश्रा ने बताया कि खेतों में जुताई कर ली है, अब बोवनी की तैयारी है। बारिश की शुरूआत हो गई है। खेतों में नमी आते ही बोवनी करेंगे। वहीं, किसान देवी सिंह ने बताया कि जमीन में नमी होने का इंतजार है, ज्यादातर किसान अब बोबनी की तैयारी में है।

फैक्ट फाइल


खरीफ वर्ष बोवनी लक्ष्य
2024 4 लाख 8 हजार हेक्टेयर
2023 4 लाख 25 हजार हेक्टेयर
2022 4 लाख 37 हजार हेक्टेयर

इनका कहना है


सोयाबीन, मूंगफली, उड़द के लिए 7 जुलाई तक अनुकूल समय है। जबकि अन्य फसलों को बोने के लिए 15 जुलाई तक का समय है। अब मौसम साफ होने से बोबनी के लिए अनुकूल है।
डॉ. कमलेश अहिरवार, कृषि वैज्ञानिक

Hindi News / Chhatarpur / मानसून की देरी का असर, खरीफ की बोबनी का रकवा 17 हजार हेक्टेयर घटा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.