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छतरपुर

हंसी के ठहाकों के साथ छतरपुर थिएटर फेस्टिवल का समापन

छतरपुर में बढ़ते हुए थिएटर के आर्टिस्ट हैं : कलक्टर

छतरपुरJan 16, 2024 / 12:54 pm

Dharmendra Singh

सम्मानित करते कलक्टर-एसपी

छतरपुर. डीएटीसीसी एवं जिला प्रशासन छतरपुर द्वारा कलक्टर संदीप जीआर की पहल पर तीन दिवसीय छतरपुर थिएटर फेस्टिवल का हंसी के ठहाकों के साथ समापन हो गया। नाट्य प्रेमियों को लुभाने एवं कलाकारों के हुनर को निखारने के लिए फेस्टिवल आयोजित किया गया है। छतरपुर थिएटर फेस्टिवल के अंतिम दिन फिल्मिशन (चंडीगढ़) की नाट्य प्रस्तुति का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश शुक्ला, कलक्टर संदीप जीआर एवं पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के मुख्यातिथ्य में हुआ। कार्यक्रम के दौरान नगरपालिका अध्यक्ष ज्योति चौरसिया भी अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। साथ ही डिप्टी कलक्टर जीएस पटेल, सीएसपी अमन मिश्रा सहित नागरिक एवं नाट्य प्रेमी उपस्थित रहे।
प्रस्तुति देते कलाकारसम्मानित करते कलक्टर-एसपी
तीन दिन चला फेस्टिवल
अंतिम दिवस की प्रस्तुति में एक नया फिल्म लेखक जब अपनी कहानी अपने ग्रुप में सुनाता है तो साथ ही उसका नाट्य रूपातंरण भी होता है और तमाम दोस्त अपनी तरह से उसमें बदलाव करते हैं जिससे जबर्दस्त हास्य निकलकर आता है। जिसे नाट्य प्रेमियों द्वारा खूब सराहा गया। अंतिम दिवस की प्रस्तुति के साथ ही छतरपुर थिएटर फेस्टिवल का पर्दा गिरा। शहर के ऑडिटोरियम में पहले दिन लव बग नाटक की प्रस्तुति मुबई के कलाकारों द्वारा किया गया। दूसरे दिन टेलर मास्टर से ड्रामा डायरेक्टर बन जाने की कहानी को हास्य व्यंग्य के माध्यम से द ग्रेट राजा मास्टर ड्रामा कंपनी का मंचन शंखनाद नाट्य मंच छतरपुर के स्थानीय कलाकारों द्वारा किया गया। तीनों दिवसीय की नाट्य प्रस्तुति को दर्शकों द्वारा हंसी के ठहाकों के साथ खूब सराहा गया।
प्रस्तुति देते कलाकार
नाट्यमंचन का लुफ्त लेते दर्शक
जिले में थिएटर के अच्छे कलाकार
अतिथियों द्वारा कलाकारों एवं इस फेस्टिवल में भूमिका निभाने वाली शंखनाद नाट्य की टीम एवं आयोजन के संयोजक शिवेन्द्र शुक्ला सहित पूरी टीम के सदस्यों को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। नाट्य मंच का संचालन एवं आभार प्रदर्शन अंकुर यादव द्वारा किया गया। कलक्टर ने अपने संबोधन में कहा की जिले के कलाकारों में मंचीय नाट्य प्रस्तुति को निखारने छतरपुर थिएटर फेस्टिवल आयोजित किया गया। जिले में बच्चों को नाटक की बारीकियां सीखाने के लिए समर कैंप भी चलता है। उन्होंने कहा नाट्य प्रस्तुतियों ने जिले में थिएटर लेवल को एक्टिव किया है। छतरपुर जिले के कलाकार भी अच्छा प्रदर्शन कर अन्य जगहों पर प्रस्तुतियां दें। उन्होंने कहा जिले के बच्चे कल्चर आर्ट और मनोरंजन के दिशा में भी प्रयास करें। जिले में बढ़ते हुए थिएटर के अच्छे आर्टिस्ट हैं।

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